सिरमौर दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वाल्मिकी मंदिर जाकर शीश नवाया। इस मौके पर जयराम ठाकुर ने कहा कि भगवान वाल्मिकी समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए ज्ञान औऱ प्रेरणा के स्त्रोत हैं। वाल्मिकी जी ने रामायण की रचना की है, जो हिंदु धर्म का मुख्य ग्रंथ है। साथ ही उन्होंने वाल्मिकी मंदिर परिसर के काम को पूरा करने के लिए 3 लाख भी स्वीकृत किये।
जयराम ने कहा कि उनका जीवन कष्टों से भरा रहा लेकिन वे समाज के कल्याण के लिए हमेशा आगे रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकि के जीवन से सीख लेकर सभी को समाज की बेहतरी के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर घोषणा की कि भूमि अधिग्रहण होते ही वाल्मिकी नाले को ढका जाएगा।
इसके बाद में पांवटा साहिब के गुरुद्वारा साहिब पहुंचे और वहां भी माथा टेका। उसके बाद जयराम ने करीब सवा करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हुए तहसील भवन का लोकार्पण किया। पांवटा साहिब के मुगला वाला करतारपुर में दो करोड़ तेरा लाख नारी वाला ज्वालापुर को दो करोड़ 3 लाख से निर्मित सिंचाई योजना का उद्घाटन किया।