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कोरोना के बीच जिंदगी की शुरुआत करनी होगी, टूरिज़्म के क्षेत्र में किया विचार: CM

बीरबल शर्मा |

कोरोना के इस दौर में जिंदगी की नई शुरूआत करनी होगी। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ टेक्नोलॉजी की अहम भूमिका रहेगी। मंडी में पत्रकारों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड के इस दौर में प्रदेश के बाहर से 1,92,000 लोगों को मुंबई, कोलाकाता, पूणे, ठाणे, कोटा, बगलूरू, चेन्नई, दिल्ली आदि क्षेत्रों से हिमाचलियों को वापस पहुंचाया है। जिससे प्रदेश में कोरोना पाजिटिव मामलों में बढ़ौतरी हुई है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने होटल खोलने को ऐलान तो कर दिया है। मगर बाहरी पर्यटकों के लिए अभी इंतजार करना होगा। केवल प्रदेश के लोग ही होटलों में ठहर पाएगें। अभी तक मंदिरों को खोलने का फैसला नहीं लिया गया है। क्योंकि मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते सोशल डिस्टेंसिंग पर ध्यान नहीं दिया जा सकेगा। बावजूद इसके आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे प्रदेश की आर्थिकी में सुधार किया जा सके। उन्होंने बताया कि इस महीने के अंत तक प्रदेश में 76 फीसदी आर्थिक गतिविधियां शुरू की जाएगी।

उन्होंने बताया कि कोरोना काल में गांव छोड़ कर महानगरों में बस चुके प्रदेश के लोग वापस गांव में लौट आए हैं। जिस गांव को छोड़ कर वे चले गए थे उसी गांव ने अब बुरे वक्त उन्हें सहारा दिया है। इससे परिवार और रिश्ते एक बार फिर से जुड़ गए हैं। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले नौजवानों के टेलेंट को जाया नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए सरकार की ओर से पोर्टल बनाया गया है जिसमें वे अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।

हैल्थ एंड वैलनेस टूरिज्म की प्रबल संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि पोस्ट कोविड हिमाचल प्रदेश में हैल्थ और वैलनेस टूरिज्म की अपार संभावनाएं है। कैबिनेट सब कमेटी व टास्क फोर्स गठित की गई है। जो इन सारी संभावनाओं पर नजर रखे हुए है। हिमाचल का वातावरण, जलवायु इस तरह के टूरिज्म के लिए उपयुक्त है। इसके अलावा फिल्म इंडस्ट्री भी हिमाचल की शांत वादियों में आना चाहती है जिसके लिए उनकी ओर से कई प्रस्ताव आए हैं। जिन पर सरकार विचार कर रही है। जिसमें वे अपने चार्टड विमान से आएंगे और आगे जाने के लिए भी उनकी ही गाडिय़ां होगी।