जयराम सरकार ने निगम-बोर्डों में अध्यक्ष और उपाध्यक्षों की भर्तियां कर दी है। इसी बीच कुछ नेताओं के रूठने पर कांग्रेस ने भी जयराम सरकार पर तंज कसा है। कांग्रेस कमेटी के चीफ सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि निगर-बोर्ड भर्तियों में RSS-BJP की लड़ाई खुलकर सड़कों पर आ गई है। RSS सरकार को चला रही है और नियुक्तियों में मुख्यमंत्री की एक सुनवाई नहीं हो रही। जयराम ठाकुर तो सिर्फ मुखौटा हैं और बाकी वरिष्ठ नेताओं को भी नहीं पूछा जा रहा।
सुक्खू ने कहा कि आरएसएस मुख्यालय से ही सीधे नियुक्तियां हो रही हैं। RSS-BJP में चल रही वर्चस्व की जंग में आरएसएस किंग बनी हुई है। पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल और उनके समर्थक नेताओं को पूरी तरह से हाशिये पर धकेल दिया गया है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के वरिष्ठ नेताओं को भी प्रतिनिधित्व नहीं दिया जा रहा। प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज़ बाकी नहीं रही सिर्फ बीजेपी-आरएसएस की इस लड़ाई में जनता पिस रही है औऱ विकास कार्य ठप हो गए हैं। नेता अपनी कुर्सी पक्की करने में लगे हैं और जनहित के कार्यों की सुध लेने वाला कोई नहीं।
सुक्खू ने कहा कि बीजेपी ने कांगड़ा, हमीरपुर और मंडी संसदीय क्षेत्रों के नेताओं को दरकिनार किया है और उनका गुब्बार अभी और फूटेगा। चूंकि, सभी बीजेपी दिग्गजों को दरकिनार कर RSS के चहेतों को कुर्सी सौंप दी गई है। पूर्व सीएम के समधी गुलाब सिंह ठाकुर, रविंद्र रवि, सुरेश चंदेल, राधारमण शास्त्री, रिखी राम कौंडल, रूप सिंह और डॉ अनिल धीमान भी अंदरखाने बेहद नाराज हैं। किसी भी समय इनके सब्र का बांध टूट सकता है।