पूर्व मंत्री जीएस बाली ने बढ़ती बेरोजगारी और रेलवे सफ़र में यूजर्स चार्जिस लगाने के फैसले का विरोध किया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी आज चर्म सीमा पर है। बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दे पर आज कोई भी विचार नहीं कियाजा रहा है। केंद्र सरकार हर चीज पर चार्जिस लगाके मंहगाई बढ़ा रही है जिसका सीधा असर गरीब जनता पर पड़ रहा है। केंद्र सरकार ने अब रेलवे सफर पर भी यूजर चार्जिस लगाने का फैसला लिया है जो बिल्कुल गलत है। इस जन विरोधी फैसले को सरकार को जल्द वापस लेना चाहिए।
जीएस बाली ने कहा कि एक तरफ लोगों को कोरोना महामारी के चलते आर्थिक बोझ झेलना पड़ रहा है और देश मे बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ता जा है तो दूसरी तरफ सरकार आम जनता की जेब में ओर बोझ डालती जा रही है। रेल यात्रा में यूजर चार्जिस डालने से अब आम जनता में रेल में सफर करना भी महंगा हो जाएगा। देश की 70 प्रतिशत जनता रेल सुविधा पर निभर करती है और ऐसे में रेल यात्रा पर यूजर चार्जिस लगाना बिल्कुल गलत है। वहीं देश की जनता को भी सोचना चाहिए कि आज देश किस दिशा में जा रहा है।