प्रदेश में बाहर से आए लोगों को इंस्टिट्यूशनल क्वारंटीन करने के अधिकतर स्थानों पर प्रशासन कोरोना प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवस्था नहीं कर पाया है। इन स्थानों पर लोगों को रखा जा रहा है वहां अलग शौचालय और स्नानागार की व्यवस्था नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि ऐसी स्थिति में यदि क्वारन्टीन किए गए लोगो में दुर्भाग्य से कोई संक्रमित व्यक्ति हुआ तो उससे दूसरों के संक्रमित होने का खतरा है।
सत्तारूढ़ दल के जो विधायक प्रशासनिक अधिकारियों की तारीफ़ों में लगे हैं उनको चाहिए कि वह व्यवस्था की इन कमज़ोरियों के विषय में उनके साथ चर्चा कर इनका समाधान करें। जनप्रतिनिधियों को राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रयोग करते हुए जनता की हिमायत करने का काम करना चाहिए। प्रेम कौशल ने युवा आई ए एस अधिकारी एस डी एम नादौन के तबादले पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अच्छा काम करने तथा नियमों के साथ दवाब में समझौता नहीं करने और भाजपा नेताओं के अंहम की सन्तुष्टि करने के लिए उक्त महिला अधिकारी को सज़ा दी गयी और क्वारन्टीन करने के प्रोटोकॉल नियमों के साथ भी समझौता किया गया।