पूर्व मंत्री जीएस बाली ने कोरोना महामारी में चल रही वैक्सीन पर बयान जारी किया है। जीएस बाली ने कहा कि केन्द्र सरकार की घोषणानुसार आज से पूरे देश में 18 साल से ऊपर की आयु वाले नागरिकों का टीकाकरण होना था लेकिन मीडिया और अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त टीकाकरण आज से हिमाचल प्रदेश में नहीं होने जा रहा है। क्योंकि सरकार के पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। यह काम अब मात्र पंजीकरण तक सीमित रह गया है ।
आज केन्द्र में भी भाजपा की सरकार है और हिमाचल प्रदेश में भी भाजपा की सरकार है। इस डबल इंजन की सरकार द्वारा अपनी घोषणानुसार उक्त टीकाकरण की व्यवस्था न करने के कारण सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है और यह सरकार इस महामारी के दौर में भी झूठ बोलने से नहीं हट रही है। सरकार तैयारी किए बिना ही घोषणाएं कर रही है। जय राम की सरकार और केन्द्र सरकार इस महामारी को पनपने से रोकने की अपेक्षा पहले चुनावों और रैलियों में व्यस्त रही और अब लोगों को अपने हाल पर छोड़ दिया है ।
ईश्वर की कृपा है कि हिमाचल प्रदेश के हालात अन्य प्रदेशों जैसे बुरे नहीं है और सरकार ने अतिरिक्त विस्तरों वैन्टीलेटरों व ऑक्सीजन की व्यवस्था की है। लेकिन प्रदेश में हजारों संक्रमित व्यक्ति होम आइसोलेशन में हैं और उनके पास ऑक्सीमीटर नहीं है जिससे वे अपना ऑक्सीजन लेवल देख सकें। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज प्रदेश में मात्र 7000 से 8000 ही ऑक्सीमीटर अपलब्ध हैं। गत एक साल से ज्यादा वक़्त से यह महामारी फैल रही है लेकिन सरकार ने न तो इस गम्भीर, जान लेवा बीमारी से निपटने हेतू कारगर कदम उठाए और न ही आवश्यक दवाइयों, ऑक्सीजन, अतिरिक्त विस्तरों, वैटीलेटरों और ऑक्सीमीटर इत्यादि की प्रयाप्त व्यवस्था की।
जो ऑक्सीमीटर 600 रुपये में मिलता था वह आज 6000 रूपये में मिल रहा है। प्रदेश सरकार को चाहिए था कि वह समय रहते कम से कम चालीस से पचास हजार ऑक्सीमीटर खरीदने हेतू आवश्यक कदम उठाती । अतः हम मुख्य मंत्री से आग्रह करते हैं कि वह केन्द्र सरकार से अपने प्रभाव का सदुपयोग करके हिमाचल वासियों को जिन्हें पहला टीका लग गया है, उन्हें दूसरा टीका और जिन्हें पहला टीका नहीं लगाया गया है, उन्हें तुरन्त पहला टीका लगाने हेतू प्रयत्न करने चाहिए ।
इस भयानक और जानलेवा बीमारी के दृष्टिगत हमारा हिमाचल प्रदेश सरकार से पुनः निवेदन है कि इस काम को युद्धस्तर पर करे । अपने सीमित साधनों को देखते हुए भी सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे पास इस बीमारी में उपयोग होने वाली आवश्यक दवाइयों और वैक्सीन इत्यादि की समुचित उपलब्धता हो।