पी. चंद। हिमाचल पुलिस के ‘हारमनी ऑफ द पाइन्स’ बैंड को राजभवन में सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने उन्होंने ‘प्रेरणास्रोत पुरस्कार’ प्रदान किए। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि समाज को संदेश देने के लिए ‘हारमनी ऑफ द पाइन्स’ बैंड को माध्यम बनाकर इसका उपयोग किया जा सकता है। इससे पूर्व भी बैंड के माध्यम से राज्य पुलिस बल ने नशा, कोरोना महामारी, यातायात प्रबंधन इत्यादि पर वीडियो बनाए हैं। भविष्य में भी ऐसे ही सामाजिक विषयों को लेकर इनका योगदान लिया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि ‘खाकी वर्दी’ के ये जवान इतने प्रतिभावान और प्रतिभाशाली हैं जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता। इस बैंड के वीडियो क्लिप देखे थे और गोवा से भी उन्हें बैंड की परफार्मेंस को लेकर फोन आते रहे। बैंड की उपलब्धि को वे अपनी उपलब्धि मानते हैं। उनकी प्रस्तुति का कोई मुकाबला नहीं है। मुझे इनपर गर्व है।
आर्लेकर ने कहा कि इस उपलब्धि के बाद निश्चित तौर पर पुलिस के प्रति लोगों का रवैया बदलने वाला है और ‘लोक मित्र’ पुलिस की छवि में इससे और निखार आएगा। बैंड की पब्लिक परफार्मेंस होना जरूरी है क्योंकि इससे आप लोगों तक जानकारी जाएगी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इन के लिए एक व्यवसायिक स्तर का स्टूडियो तैयार किया जाएगा जिससे इनकी प्रस्तुति में और सुधार होगा।
पुलिस महानिदेषक संजय कुण्डू ने राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑर्केस्ट्रा, जिसे ‘हार्मनी ऑफ द पाइन्स’ के नाम से अधिक जाना जाता है। ये 1996 में अस्तित्व में आया। आरकैस्ट्रा बैड ने एक विनम्र शुरूआत के साथ अपनी यात्रा शुरू की, जिसमें प्रदेश पुलिस में प्रतिभाशाली पुलिस कर्मचारियों को पुलिस विभाग के कार्यक्रमों में रैडक्रास सोसाईटी द्वारा आयोजित चौरिटी-शो और कार्यक्रमों में प्रदर्शन करने के लिये प्रोत्साहित किया गया।