हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अभी से सियासत तेज हो गयी है। बीजेपी पहले ही हिमाचल प्रदेश में चुनावी ताल ठोक चुकी है और रथयात्रा के जरिये मतदाताओं को लुभाने में भी कसर नहीं छोड़ी है।
दूसरी ओर कांग्रेस अपने ही जंजाल में घिरी हुई है। भले ही आनन फानन में प्रदेश कांग्रेस ने भी हिमाचल में पथयात्रा शुरू कर दी है लेकिन यहां भी कांग्रेस की गुटबाजी निखरकर सामने आ गई है। आज जब प्रदेश भर में पथयात्रा का आगाज हुआ है तो प्रदेश के मुखिया वीरभद्र सिंह ही पथयात्रा से दूरी बनाए बैठे थे। एक तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू पथयात्रा के माध्यम से जनता का समर्थन हासिल करने में लगे हैं तो वहीं मुख्यमंत्री मंडी में शिलान्यास और उद्घाटन कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री का 20 जुलाई तक सरकारी कार्यक्रम तय है। ऐसे में तब तक तो मुख्यमंत्री कांग्रेस की पथयात्रा में नही जायेंगे। लेकिन इसी बीच सवाल यह खड़ा होता है कि कांग्रेस नेताओं की इस गुटबाजी से क्या मिशन रीपिट में सक्सेस हो पाएगा…??