ठियोग के माकपा विधायक राकेश सिंघा ने सदन में सेब बागवानों के साथ हो रहे धोखे का मामला उठाया। उन्होंने कृषि मंत्री से पूछा कि सरकार किसान की आय को दोगुना करने की बात कह रही है। लेकिन कई बागवानों की सेब पेमेंट पेंडिंग पड़ी है। विभाग क्या कर रहा है?
कृषि मंत्री रामलाल मार्कण्ड ने सवाल के जवाब में कहा कि बागवानों को सेब की पेमेंट न मिलने के इस साल 101 मामले रजिस्ट्रर किये हैं । साल 2018-19 में 2 करोड़ 15 लाख की राशि कमीशन एजेंट के पास पेंडिंग है। 31 मार्च से पहले सोलन जिला में 31 मामले हैं। यह चिंता आउटसाइड यार्ड की है। 30 एजेंटों को भगौड़ा घोषित कर दिया है। जिनमें ननखड़ी पुलिस स्टेशन के तहत 5, ठियोग थाने में 6, शिमला वेस्ट में 1, रोहड़ू में 17, जिला मंडी में 1 शामिल हैं। इनमें से 4 को अरेस्ट भी किया गया है।
इसी बीच सिंचाई मंत्री महेंद्र सिंह ने पानी की पाइपों की खरीद से लेकर सदन में अपना वक्तव्य दिया। मंत्री ने 100 करोड़ पाईप खरीद मामले में कहा कि 18 जनवरी 2019 को पाईप खरीद की जानकरी में गुणवत्ता को लेकर शिकायत मिली है इसके बाद इस दिशा में जांच के आदेश दिए गए हैं। किसी की भी गलती पाई गई तो उसको नहीं छोड़ा जाएगा। अगर ज़रूरत पड़ी तो किसी बाहर की एजेंसी से भी पाईप खरीद में गुणवत्ता में अगर किसी भी तरह की कमी या किसी तरह की क़्वालिटी का मामला सामने आएगा तो दोषी के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई से नहीं हिचकेगी।
इसी बीच विपक्ष भी सदन में आ गया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए इस विषय को गंभीरता से लेने और खरीद में गुणवत्ता में कमी की जानकरी मांगी। इस खरीद की जानकारी हासिल करने में इतना बिलम्ब कैसे हुआ। ये बड़ा मामला है विपक्ष इसकी पूरी जानकारी चाहता है।