<p>विपक्ष की गैर मौजूदगी में ठियोग के माकपा विधायक ने प्रदेश में बढ़ते महिला अपराध के मामले को लेकर सदन में सवाल उठाया। उन्होनें सरकार से सवाल किया कि पिछले तीन साल में कितनी महिलाओं की हत्या हुई और कितनी महिलाएं लापता हैं?</p>
<p>उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि गुड़िया हेल्पलाइन को लेकर पुलिस कितनी गंभीर है? इस पर भी सरकार को नजर रखनी चाहिए। प्रदेश में लगातार हो रहे महिलाओं के अपहरण और हत्याएं हिमाचल जैसे शांत राज्य के लिए चिंता का विषय है।</p>
<p>इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि गत तीन वर्षों में 18 हत्याओं के मामले हुए जबकि, 214 महिलाएं लापता हुई। इन तीन सालों के दौरान 237 हत्याओं की शिकायतें दर्ज हुई। उनमें से 58 दुर्घटनाओं से मौत की शिकायतें थी जबकि, दो मामले आत्महत्या के पाए गए और 9 मामले नेचुरल डेथ के जांच में पाए गए।</p>
<p>मुख्यमंत्री ने महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के प्रति अपनी चिंता ज़ाहिर की और कहा कि सरकार ने शक्ति एप्स और गुड़िया हेल्पलाइन महिलाओं की सुरक्षा के लिए ही शुरू की गई है। बाबजूद इसके मुख्यमंत्री ने बताया कि अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में क्राइम रेट बहुत कम है।</p>
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