हिमाचल के 68 विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी को सबसे ज्यादा बढ़त नालागढ़ से मिली। यह हलका रिकॉर्ड बढ़त के साथ नंबर वन पर है। यहां सुरेश कश्यप को अपने घर से मिली लीड से तीन गुना ज्यादा 39,970 मतों की बढ़त मिली। हालांकि, नालागढ़ में कांग्रेस के विधायक लखविंद्र राणा हैं। वर्ष 2014 के लोस चुनाव में यहां से 17,526 वोटों की बढ़त मिली थी, जिसे इस बार दोगुना से भी ज्यादा कर दिया है। 2014 में प्रदेशभर में यह बढ़त दूसरे नंबर की थी।
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी को जब से बढ़त मिलनी आरंभ हुई और इसके बाद लीड का आंकड़ा हर बार कई गुना पार होता ही चला गया। वर्ष 2004 के चुनाव में नालागढ़ हलके से बीजेपी प्रत्याशी को 393 मतों की लीड मिली थी और वर्ष 2009 में सांसद को इस क्षेत्र से 8,394, जबकि 2014 के चुनाव में लीड दोगुना होकर 17,256 वोटों पर चली गई।
नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में इस बार पिछली बार की अपेक्षा रिकॉर्ड मतदान हुआ। यहां 79.53 फीसदी वोट पड़े। नालागढ़ निर्वाचन क्षेत्र के 85,087 मतदाताओं में से 67,670 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसमें 34,414 पुरुषों और 33,253 महिलाओं ने मतदान किया। यहां थर्ड जेंडर के भी 3 वोट डले।
सीएम जयराम ने कहा था हलके से दो सबसे ज्यादा लीड
नालागढ़ विस क्षेत्र के पंजैहरा में हुई जनसभा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा था कि इस बार के लोस चुनाव में रिकॉर्ड बढ़त दें और विधानसभा की जो कमी है, उसे वह पूरा कर देंगे। उन्होंने कहा था कि 2014 के चुनाव में नालागढ़ हलके से प्रदेशभर में दूसरी सबसे बड़ी लीड बीजेपी प्रत्याशी को मिली थी। इसे इस बार के चुनाव में नंबर एक बनाना है।
इस बार रिकॉर्ड मतदान का परिणाम यह हुआ कि नालागढ़ से मौजूदा विधायक कांग्रेस पार्टी का होने के चलते भी बीजेपी को रिकॉर्ड बढ़त मिली है। जिलाध्यक्ष एवं नालागढ़ के पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की चार सीटों के साथ देश में बीजेपी सरकार बनना और नालागढ़ से रिकॉर्ड बढ़त इस बात का संकेत है कि लोगों ने मोदी व पार्टी की नीतियों पर विश्वास जताया है।