मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने एक बार मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मीडिया से बातचीत में मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री पर 1987 में भी डाडासीबा की एक महिला ने योन शोषण का मामला दर्ज करवाया था। यह मामला राष्ट्रीय लेवल तक उठा था लेकिन केंद्र की मिली भगत के बाद उन्हें क्लीन चिट मिल गई थी। मैंने पिटारा खोल दिया तो मुख्यमंत्री को मुंह छिपाने की जगह नहीं मिलेगी। हर बात पर वह झूठ बोलते हैं इसलिए अब उनका नार्कोटेस्ट करवाने की आवश्यकता है।
मनकोटिया ने कहा कि आज प्रदेश के हालात बिहार की तरह हो चुके हैं। यहां भी मुख्यमंत्री भ्रष्टाचारों के आरोपों से घिरे हैं और जनता उनकी नीतिओं के चलते दंगों पर उतर आई है। कांग्रेस को बचाना है तो वीरभद्र को पद से हटाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री पर कहावत फिट होती है कि 'नो सो चूहे कहा कर बिल्ली हज को चली'
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार और संगठन ही नहीं बल्कि अब तो कांग्रेस का हर नेता मुख्यमंत्री वीरभद्र के खिलाफ खड़ा होता नजर आ रहा है। इसी कड़ी में अब सुक्खू के बाद मेजर सिंह मनकोटिया को देखा जा सकता है जो कि मुख्यमंत्री से तकरारों को चलते काफी चर्चाओं में रहे हैं।