नवगठित मंडी नगर निगम के पहले चुनावों हेतु नामांकन प्रक्रिया शुरू होने में अभी केवल एक ही दिन बचा है मगर अभी तक कोई भी प्रमुख दल अपने उम्मीदवारों का एलान नहीं कर पाए हैं। ऐसा लगता है कि भाजपा कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दल एक दूसरे की तरफ देख रहे हैं कि पहले उनकी सूचि आ जाए और फिर उसे देखते हुए ही अपने उम्मीदवारों का एलान कर सकें। पहले आप, पहले आप के चक्कर में संभावित उम्मीदवारों की जहां धड़कने बढ़ती जा रही हैं वहीं व खुल कर अपना प्रचार भी नहीं कर पा रहे हैं। 22,23 Qj 24 मार्च को इसके लिए नामांकन होना है और प्रचार के लिए कम ही दिन बचेंगे।
कांग्रेस का कहना है कि उसने अपने नाम फाइनल कर लिए हैं और उन्हें हाइकमान को भेजा जा रहा है जहां से अंतिम तौर पर एलान होना है। भाजपा का भी यही कहना है कि उसने भी नाम तय कर दिए हैं मगर एलान शिमला से ही होगा। इधर, आम आदमी पार्टी ने भी पूरे जोर शोर से अभियान चला रखा है। पार्टी की नजर ऐसे मोहरों पर है जो भाजपा कांग्रेस ने टिकट की उम्मीद छोड़ चुके हैं मगर जिनका समाज में नाम चलता है। ऐसे में मंडी नगर निगम में यदि तीसरा दल भाजपा भी अपनी एंट्ी मार तो कोई बड़ी बात नहीं होगी। यूं माकपा ने भी दो वार्डों पड्डल व रामनगर से उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है। उनके नामों का एलान भी सुनीता कुमारी पड्डल व रमेश गुलेरिया रामनगर से कर दिया है।
अब देखना यह है कि भाजपा और कांग्रेस में जो एक एक सीट से कई कई उम्मीदवार लाइन में हैं उनमें से अधिकांश जब वंचित हो जाएंगे तो उनका क्या रूख रहता है। अब लगता है कि दोनों प्रमुख दल रविवार देर रात या फिर सोमवार सुबह नामांकन के पहले दिन ही अपनी सूचि जारी करेंगे। कुछ भी हो मुख्यमंत्री का गृह जिला होने के कारण व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा देकर उठाए गए जोखिम के बाद यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।