भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने हिमाचल की चुनाव संचालन समिति से इस्तीफा दे दिया है. साफ है कि आनंद शर्मा ने यह कदम कांग्रेस पार्टी में हुए अपमान के कारण उठाया है.
कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के कई नेता पार्टी में घुटन महसूस कर रहे हैं और इस वजह से वे पार्टी छोड़ रहे हैं या अपनी पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा दे रहे हैं.
कांग्रेस में माहौल हर तरफ नकारात्मक है और दिन-ब-दिन बिगड़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज न केवल आनंद शर्मा बल्कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री और विधायक सतपाल रायजादा ने भी खुलकर पार्टी का विरोध किया है.
मुकेश अग्निहोत्री ने अपने बयान में कांग्रेस में टिकटों के आवंटन की प्रक्रिया पर सवाल उठाया है. उन्होंने पार्टी के भीतर टिकट आवंटन प्रक्रिया में पैसे के लेन देन होने का भी अनुमान लगाया है. हाल ही में विधायक पवन काजल और लखविंदर राणा भी भाजपा में शामिल हुए हैं. एक संगठन के रूप में कांग्रेस अच्छा काम नहीं कर पा रही है.
कांग्रेस एक विभाजित पार्टी है और उनके पास ऐसा कोई नेतृत्व नहीं है जो हिमाचल में वर्तमान कांग्रेस का नेतृत्व कर सके. राष्ट्रीय कांग्रेस भाई-भतीजावाद के दौर से गुजर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक छोड़नी पड़ी और कांग्रेस की स्थिति का जायजा लेने के लिए वापस हिमाचल आना पड़ा.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है और कई जल्द देने वाले है. कश्यप ने कहा कि भाजपा एक बार फिर हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाएगी क्योंकि आम जनता को हमारे काम और विचारधारा पर भरोसा है.