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अब कौन बनेगा BJP अध्यक्ष, फ़िर चढ़ेगी किसी मंत्री की बलि या संगठन से बनेगा अध्यक्ष

पी. चंद, शिमला |

स्वास्थ्य विभाग के घोटाले को लेकर राजीव बिंदल के इस्तीफ़े के बाद हिमाचल भाजपा में खलबली मची हुई है। सतपाल सत्ती सबसे ज्यादा वक़्त तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। सत्ती के बाद विधानसभा अध्यक्ष से भाजपा अध्यक्ष बने डॉ. बिंदल पांच महीने भी भाजपा नही संभाल पाए, उन्हें स्वास्थ्य विभाग में घोटाले से उपजी परिस्थितियों के कारण इस्तीफ़ा देना पड़ा। अब सवाल ये उठ रहे है कि भाजपा का अगला अध्यक्ष कौन बनेगा? क्योंकि अब संघठन के मुखिया के लिए भाजपा फूंक-फूंक कर कदम रखेगी। भाजपा ऐसे व्यक्ति की तलाश में है जिसकी सरकार व संघठन दोनों में अनुभव हो।

क्या भाजपा फ़िर अध्यक्ष के लिए अपने मंन्त्री की बलि दे देगी ? ये सवाल हम इसलिए उठा रहे है क्योंकि भाजपा से कई निर्णय चोंकाने वाले रहे है। सबसे पहले लोकसभा चुनावों के दौरान पुत्र मोह में अनिल शर्मा को ऊर्जा मंत्री के पद से हाथ धोना पड़ा। खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर को लोकसभा में भेज दिया गया दूसरा मंत्रिमंडल का पद भी ख़ाली हो गया। सिलसिला इतने में भी नहीं थमा स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा संभाल रहे विपिन परमार को विधानसभा अध्यक्ष बनाकर तो भाजपा ने सबको चोंका दिया।

इन फैसलों के खीमियाज़ा सरकार को आज तक भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि यदि कारोना जैसी वैश्विक बीमारी के दौरान स्वास्थ्य मंत्री और खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रदेश में होते तो शायद घोटाले न होते, न ही मुख्यमंत्री पर ज्यादा दबाब होता? जिसकी वजह से सरकार की निरंतर फ़ज़ीहत हो रही है। भाजपा के चोंकाने वाले फैसलों से सबसे बड़े जिला कांगड़ा की जनता भी नाराज़ चल रही है। ऐसे में न जाने अब भाजपा का नया पैंतरा क्या होगा।

भाजपा अध्यक्ष पद के लिए त्रिलोक जामवाल का नाम पहले से चल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का नाम भी उनके गुट के लोग आजकल फिर से उछालने लगे हैं। प्रवीण शर्मा, रणधीर शर्मा, चंद्रमोहन ठाकुर और राम सिंह आदि कई नाम हैं जो अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं। लेकिन सूचना के मुताबिक़ फिलहाल भाजपा कार्यकारी अध्यक्ष से ही काम चलाने के मूड़ में है। सब कुछ ठीक चलता है उसके बाद ही स्थाई अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी।