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शिमला: अमृत योजना की शुरुआत में कांग्रेस और BJP नेता आमने-सामने

पी. चंद, शिमला |

शिमला में अमृत योजना की शुरुआत पर एक बार फिर कांग्रेस और बीजेपी नेता की तकरारें खुल कर सामने आ गई हैं। केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा की सभा में दोनों पार्टियों के मंत्रियों ने प्रदेश में चली स्वास्थ्य योजनाओं का श्रेय लेने के लिए पूरा जोर लगाया। लेकिन, बाद में कोई खास हल नहीं निकला और दोनों मंत्री अपनी जगहों पर बैठ गए।

दरअसल, नड्डा ने जब योजना की शुरुआत की तो शिमला के बीजेपी विधायक ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा का बड़ा योगदान रहा है, जबकि प्रदेश कांग्रेस के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर केंद्र की पूर्व यूपीए सरकार को इसका श्रेय देते हैं जो कि सरासर गलत है।

दूसरी ओर बीजेपी नेता की ऐसी बयानबाजी के खिलाफ कौल सिंह ठाकुर ने मोर्चा खोल दिया। कौल सिंह ने कहा कि जेपी नड्डा ने जरूर हिमाचल की स्वास्थ्य सेवाओं के  विस्तार के लिए कार्य किया है, लेकिन कई योजनाएं अभी भी लटकी पड़ी हैं। नड्डा उन लटकी हुई योजनाओं का जल्द पूरा करें। यूपीए सरकार में भी हिमाचल को स्वास्थ्य सेवाओं में काफी मदद मिली है।

दवाइयों में मिलेगी भारी छूट

इससे पहले नड्डा ने शिमला से "अमृत दीनदयाल फार्मेसी" योजना की शुरुआत की। प्रथम चरण में अमृत दीनदयाल फार्मेसी योजना के तहत चार राज्यों में 15 केन्द्र खोले जा रहे है, जिनमें सभी दवाइयां 50 से 90 फीसदी तक कि छूट पर मिलेंगी। हिमाचल के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अमृत दीनदयाल मेडिकल केन्द्र रहेगा। यहां पर मरीजो को सस्ती दरों पर दवाइयां मिलेंगी।

इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि जिस रेट में दवाइयां बनती है और आगे जिस कीमत में बेची जाती है उसमें काफी अंतर है। इसको देखते हुए भारत सरकार ने अमृत दीनदयाल फार्मेसी की शुरुआत की है, जिसके तहत 5200 दवाइयां सस्ते दामों पर दी जा रही है। अभी तक इस योजना से 32 लाख 65 हज़ार को 3.75 करोड़ की दवाई 130 करोड़ में मरीजों तक पहुंचाई जा चुकी है। इसके अलावा स्टंट एवम घुटनों को बदलने की भी सस्ती सेवा की शुरुआत की।