पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने एक बार फिर से लोकसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी जताई है। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी हाईकमान से आग्रह किया कि पंडित सुखराम के सम्मान में पार्टी उन्हें टिकट दे। आश्रय शर्मा ने कहा कि वह पंडित सुखराम को अपने गुरु के रूप में मानते हैं और आज वह अपनी उम्र के अंतिम पड़ाव में और वह इस बार लोकसभा का चुनाव जीत कर उन्हें गुरु दक्षिणा के रूप में देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी उन्हें टिकट देती है तो वह मंडी सीट को बीजेपी की झोली में डाल सकते हैं । आश्रय शर्मा ने कहा कि हमारा पूरा परिवार बीजेपी की मजबूती के लिए काम कर रहा है। इसलिए टिकट मांगना हमारा हक है और हम उसी कड़ी में अपने लिए टिकट मांग रहे हैं। युवाओं को मौका मिलना चाहिए और हिमाचल की जनता ने हमेशा युवाओं को मौका दिया है। तभी वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के 6 बार मुख्यमंत्री बन सके और पंडित सुखराम भी हिमाचल में संचार क्रांति लाने में सफल हो सके ।
इसलिए हिमाचल की जनता हमेशा युवाओं के साथ खड़ी है और मुझे पूरा विश्वास है कि इस लोकसभा चुनाव में भी हिमाचल की जनता मुझे सहयोग करेगी।
इस तरह से आश्रय शर्मा ने एक बार फिर से अपने टिकट की दावेदारी मंडी लोकसभा क्षेत्र से ठोक दी है और सांसद रामस्वरूप शर्मा के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में नजर आ रहे हैं। वहीं उन्होंने गुरु दक्षिणा के रुप में खड़े होने के सवाल पर जो जवाब दिया उसके भी राजनीतिक मतलब निकलते हैं और परिस्थिति के अनुसार निर्णय लेने की बात उन्होंने कही है तो कहीं ना कहीं यह कहा जा सकता है कि आशीष शर्मा को अगर बीजेपी टिकट नहीं देती है तो किसी दूसरे विकल्प की तरफ भी जा सकते हैं।