कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक खत्म हो चुकी है। प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे ने सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने की नसीहत दी है और चुनावी समर में आपसी मनमुटाव को दरकिनार रखने के लिए आगाह किया है। बैठक के बाद पीसीसी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि पार्टी आपसी कलह भूलकर एक साथ चुनाव लड़ेगी।
मीडिया से बातचीत के दौरान सुक्खू ने लगे हाथ सीएम समर्थकों पर तंज भी कस दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नारेबाजी करने से कोई बड़ा नेता नहीं बन जाता। सुक्खू ने बताया की नारेबाजी में एक कार्यकर्ता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई गई। पार्टी में अनुशासन सबसे ऊपर है। अब वक्त एकजुट होकर काम करने का वक्त है।
जब सुक्खू से पूछा गया कि नारेबाजी के मामले में क्या और भी लोगों पर कार्रवाई होगी? इस सवाल के जवाब में उनके तेवर थोड़े नरम दिखाई दिए। सुक्खू ने कहा कि जोश-जोश में कई बार इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं। गौरतलब है कि युवा कांग्रेस सचिव विनोद जिंटा को बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद भी सुक्खू नारेबाजी में शामिल बाकी लोगों पर भी कार्रवाई के लिए अड़े थे। लेकिन, माना जा रहा है कि मामले में शिंदे के दखल के बाद उन्होंने भी कुछ हद तक सीज़फायर किए जाने के संकेत दे रहे हैं। वैसे गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले भी समझौते और मनमुटाव खतम करने के दावे होते रहे हैं।