गुजरात चुनाव में सियासी पारा गरम है। आज चुनावी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आमने सामने थे। इस दौरान राहुल गांधी के सोमनाथ मंदिर दौरे को लेकर विवाद हो गया। मामला यहां तक आ पहुंचा कि राहुल गांधी को हिंदू साबित करने के लिए कांग्रेस को उनका जनेऊ तक दिखाना पड़ा।
जानें क्या है विवाद
आज राहुल गांधी, अहमद पटेल के साथ सोमनाथ मंदिर में पूजा और दर्शन करने पहुंचे। मंदिर पहुंचते ही सुरक्षा विभाग के रजिस्टर में अहमद पटेल के साथ राहुल गांधी के नाम की एंट्री दर्ज हुई। ये एंट्री कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर मनोज त्यागी ने की।
हालांकि रजिस्टर में राहुल गांधी के दस्तखत नहीं हैं। लेकिन नाम दर्ज होने के कारण अब विवाद हो गया है। यहां यह भी जानना जरूरी है सोमनाथ मंदिर में गैर हिंदुओं को प्रवेश के लिए सुरक्षा विभाग में जाकर रजिस्टर में नाम दर्ज करवाना पड़ता है,जबकि हिंदुओं के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है।
वहीं बीजेपी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा, ''नेहरू जी ने जो अपने 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' में लिखा है कि मैं दुर्भाग्य से हिंदू हूं स्वभाव से क्रिश्चयन हूं और कर्म से मुसलमान हूं। इस बात का उत्तर उन्हें देना ही पड़ेगा और मुझे लगा है कि उन्होंने उत्तर दे दिया है इसीलिए सोमनाथ मंदिर के रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए हैं.''
कांग्रेस ने फौरन दी सफाई
बीजेपी के ताबड़तोड़ हमलों के बाद सुरजेवाला ने राहुल गांधी की तीन तस्वीरें भी जारी की। इनमें से एक में वो अपने पिता राजीव गांधी के अंतिम संस्कार के बाद अस्थियां जुटाते हुए दिखते हैं. इसमें वो जनेऊ पहने दिख रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा ''मुझे ये कहने में कोई हिचकिचाहट नहीं है कि राहुल गांधी न केवल हिंदू है बल्कि जनेऊ धारी हैं। देश के लोग देख लें कि एक बेटा जनेऊ धारण कर अपने पिता की अंतिम अस्थियां किस प्रकार से चुनता है।''