Follow Us:

नरम पड़े ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला के तेवर, मुख्यमंत्री ने की मुलाक़ात

पी. चंद, शिमला |

2 दिन ज्वालामुखी के विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता रमेश धवाला ने संगठन मंत्री पवन राणा के खिलाफ खूब आग उगली। समय की नजाकत को समझते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धवाला को सुबह सवेरे ही अपने सरकारी आवास एक ओवर में बुलाना पड़ा और उनको समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने धवाला को मीडिया में इस तरह की बयान बाजी से बचने की नसीहत दी है। यही नहीं धवाला को बड़ा आश्वासन भी दिया गया है। उसके बाद धवाला के तेवर नरम पड़ गए हैं।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात के बाद रमेश धवाला मीडिया के सामने आने से भी बच रहे हैं। धवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ मंत्रणा के बाद कई चीजों को आश्वासन मिला है इसलिए मीडिया में अब ज्यादा कुछ नहीं बोलेंगे। फिलहाल, मुख्यमंत्री से मिलने के बाद धवाला के तेवर कुछ जरूर नरम पड़ गए हैं, लेकिन कांगड़ा में सुलगी विद्रोह की चिंगारी मंत्रिमंडल विस्तार तक और प्रदेशाध्यक्ष की ताजपोशी के बाद आग का रूप धारण कर सकती है यदि कांगड़ा को इसमें तरज़ीह  ना दी गई?

गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग में बीजेपी नेता के मिले होने की खबर के बाद पार्टी में अंतर्कलह जोरों पर है। बीजेपी का एक धड़ा दूसरे धड़े को बदनाम करने में लगा है। इसी बीच अंतर्कल्ह पूरी तरह मुखर हो गई है। कांगड़ा के नेताओं की अनदेखी और उन्हें ठंडे बस्ते में डालना सरकार को भी मंहगा पड़ा है। इसी बीच पार्टी के अध्यक्ष का पद खाली होने से सरकार की और भी फजीहत होने लगी है। 6 महीने का वक्त गुज़र गया लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल अधूरा ही रहा है। 2022 में चुनाव होने वाले हैं जिसके मद्देनज़र सरकार के सामने कई चुनौतियां अभी से खड़ी हो गई हैं।