मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बातचीत करते हुए कहा कि रूस और हिमाचल प्रदेश में भौगोलिक एवं सांस्कृतिक सहित अनेक समानताएं हैं। कुल्लू जिला के नग्गर में रॉरिक द्वारा स्थापित रॉरिक आर्ट गैलरी भारत और रूस के मैत्री सम्बन्धों का एक जीवंत प्रमाण है। उन्होंने कहा कि रूस और हिमाचल प्रदेश पर्यटन, कृषि, आपदा प्रबन्धन आदि विभिन्न क्षेत्रों में परस्पर सहयोग कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने रूसी राजदूत को धर्मशाला में नवम्बर माह में प्रस्तावित ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्ज मीट’ की जानकारी देते हुए कहा कि इस सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हिमाचल में उपलब्ध व्यापक निवेश क्षमताओं को प्रदर्शित करना और रूचि रखने वाले उद्यमियों का सहयोग प्राप्त करना है। उन्होंने रूस को इस आयोजन में सम्मिलित होने का निमंत्रण भी दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश और रूस कृषि, बागवानी, खाद्य प्रसंस्करण, ईको पर्यटन इत्यादि क्षेत्रों में परस्पर सहयोग कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला के गेयटी थियेटर और अन्य कुछ मुख्य स्थानों पर रूस के 30 राष्ट्रीय धरोहर स्थलों से सम्बन्धित चित्र प्रदर्शनी लगाई जाएंगी ताकि लोगों को रूस की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का पता लग सके। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में आयोजित होने वाली ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्ज मीट’ के दौरान भी रूस की फोटो प्रदर्शनी के लिए विशेष स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा।
भारत में रूस के राजूदत निकोलय आर. कुडाशेवा ने कहा कि रूस हिमाचल के साथ सांस्कृतिक आदान-प्रदान, पर्यटन और साहसिक खेलों के क्षेत्रों में सहयोग करने का इच्छुक है। उन्होंने कहा कि रूस ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्ज मीट’ में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को जिला कुल्लू के नग्गर स्थित रॉरिक आर्ट गैलरी में इस वर्ष अक्तूबर में आयोजित होने वाले रॉरिक उत्सव में आने का निमंत्रण भी दिया।