कांग्रेस के 'हिसाब दे सांसद' मुहिम पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने पलटवार किया है। सत्ती ने कहा कि बीजेपी सांसद कांग्रेस को नहीं बल्कि प्रदेश की जनता को हिसाब देंगे। बीजेपी देश की जनता के प्रति जवाबदेह है। उन्होंने कहा कि ये विडंबना ही है कि जिस कांग्रेस ने अपने शासनकाल में देश के संसाधनों को जमकर लूटा, वही बीजेपी से हिसाब मांग रही है।
यूपीए सरकार का भी हिसाब दे कांग्रेस
सत्ती ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अपनी सरकारों के दौरान हिमाचल में हुए भेदभाव का भी हिसाब लेना चाहिए। यूपीए सरकार में हिमाचल के दो नेता मंत्री थे, लेकिन फिर भी प्रदेश का औद्योगिक पैकेज छीना गया। उन्होंने पूछा, क्या कांग्रेस को इसका हिसाब नहीं देना चाहिए? पांच साल में हिमाचल को भाखड़ा-ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड से 4200 करोड़ रुपए क्यों नहीं दिलवाए गए?
बीजेपी सांसदों के काम
सतपाल सत्ती ने इस दौरान बीजेपी सासंदों के कार्यों का भी एक ख़ाका सामने रखा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को याद रखना चाहिए कि वह जिन सांसदों से हिसाब मांग रही है, उन्हीं की बदौलत प्रदेश को 65 हजार करोड़ रुपये नेशनल हाईवे, एक एम्स, तीन मेडिकल कॉलेज, हाईड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, सेंट्रल यूनिवर्सिटी, क्लस्टर यूनिवर्सिटी, द्रंग में नमक की खान और आईआईएम जैसे संस्थान मिले हैं। बीजेपी सांसदों के परिश्रम का ही नतीजा रहा कि भानुपल्ली से लेह-लद्दाख और अन्य रेल लाइनों के लिए 500 करोड़ रुपए मंजूर हुए हैं।
हार से हताशा में कांग्रेस
सत्ती ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार की वजह से कांग्रेस हताशा में है। हार से कांग्रेस को इस कदर सदमा लगा है कि उसे बीजेपी सांसदों के काम नहीं दिखाई दे रहे।