हिमाचल में लोकसभा चुनाव से पहले जुबानी हमले तेज हो गए हैं। बीजेपी प्रदेश प्रभारी मंगल पांडे की बयानबाजी पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने तीखा पलटवार किया है। सुक्खू ने पांडे को नसीहत देते हुए कहा कि वह कांग्रेस की चिंता छोड़ अपना कुनबा संभालें। कांग्रेस पहले भी एकजुट थी और अब भी है। वीरभद्र सिंह पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। कांग्रेसी किसी व्यक्ति विशेष की नहीं हर आम आदमी की पार्टी है। जिसका ध्येय ही जनसेवा है। बीजेपी की तरह वह साम्प्रदायिकता, क्षेत्र और जातिवाद का जहर नहीं घोलती।
सुक्खू ने पांडे से पूछा है कि वह यह बताएं हिमाचल में सीएम जयराम ठाकुर हैं या फिर आरएसएस। चूंकि, सरकार को तो संघ के लोग ही चला रहे हैं। वैसे भी बीजेपी में एक नहीं, जेपी नड्डा, प्रेम कुमार धूमल, शांता कुमार व आरएसएस के रूप में चार-चार मुख्यमंत्री हैं। यह सरकार को चलने ही नहीं दे रहे। न ही यह जयराम ठाकुर को सीएम मानते हैं। पांडे को बीजेपी की अंतर्कलह से निपटने की जरूरत है। जो विधानसभा चुनाव में खुलकर सामने आ चुकी है। बीजेपी ने ही कैसे सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर व रविंद्र रवि को हराने के लिए साजिश रची, सब जानते हैं।
बीजेपी ने तो वरिष्ठ विधायक रमेश धवाला को ही साइड में कर दिया, जिनके निर्दलीय विधायक होते बीजेपी 1998 में पहली बार सत्ता में आई थी। उनके अलावा पार्टी के अनेक विधायक व वरिष्ठ नेता भी सरकार के कामकाज से खुश नहीं हैं। चूंकि, न तो विधायकों, न ही बीजेपीके वरिष्ठ नेताओं और न पार्टी कार्यकर्ताओं के काम हो रहे हैं। सुक्खू ने कहा कि पांडे यह जान लें, बीजेपी के भीतर का ज्वालामुखी किसी भी समय फटने वाला है।
सरकार के कामकाज पर ध्यान दें पांडे
सुक्खू ने कहा कि मंगल पांडे को कांग्रेस के बजाए बीजेपी सरकार की चिंता करनी चाहिए। चूंकि, झूठ के सहारे सत्ता में आई बीजेपी का गुब्बारा फूट चुका है। गुड़िया के हत्यारों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में सरकार विफल रही है। प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है। जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है। सरकार को संघ के चलाने से अफसरशाही और बीजेपी नेताओं में भारी रोष है। बीजेपी के पदाधिकारियों ने ही खुलेआम इस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। हमीरपुर जिला अध्यक्ष की सोशल मीडिया पर बयां की गई पीड़ा जगजाहिर है। इसलिए पांडे बीजेपी के हिमाचल में डूबते जहाज को संभालें।
पांडे को चुनावों के समय ही याद आता है हिमाचल
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि मंगल पांडे को चुनावों के समय ही हिमाचल प्रदेश की याद आती है। उनके पास जनता को गिनाने के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार की कोई उपलब्धियां ही नहीं हैं। इसलिए प्रदेश की जनता को एक बार फिर छल-कपट का सहारा लेकर कांग्रेस को वीरभद्र सिंह व सुखविंद्र सुक्खू में बांटने की असफल कोशिश कर रहे हैं। पांडे नहीं जानते कि जनता बीजेपी की झूठ की राजनीति को पहचान चुकी है। जनता कांग्रेस के साथ है और बीजेपी को सत्ता से उखाड़ने के लिए तैयार बैठी है। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में एकजुट है। प्रदेश की चारों सीटों पर कांग्रेस ही जीत दर्ज करेगी। पांडे की आंखें उस समय खुली की खुली रह जाएंगी।
सुक्खू ने दागे यह सवाल…
मंगल पांडे बताएं, जब शिमला में पानी के लिए हाहाकार मचा था, पूरे विश्व मे शिमला की नाक कटी, पर्यटन को नुकसान पहुंचा। उस समय बीजेपी प्रदेश प्रभारी कहां थे?.. तब उन्हें हिमाचल की जनता की याद क्यों नहीं आई?..
प्रदेश के इतिहास में पहली बार किसी अधिकारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन कराते समय सरेआम मौत के घाट उतार दिया गया। प्रदेश में अराजकता चरम पर रही। उस समय पांडे को हिमाचल क्यों याद नहीं आया?..
सरकार के छह महीने के कार्यकाल में 100 से अधिक बड़े अपराध हुए। 65 से अधिक दुष्कर्म, छेड़छाड़ और 35 से ज्यादा हत्या इत्यादि के मामले दर्ज हुए उस समय मंगल पांडे कहां चैन की नींद सो रहे थे?..
हिमाचल में मोदी सरकार में विकास थमकर रह गया। बीजेपी सांसद प्रदेश की आवाज उठा ही नहीं पाए। पांडे अपने सांसदों से चार साल का हिसाब क्यों नहीं लेते? उन्होंने कितने काम कराये, कितने सवाल पूछे व कितने नोटिस संसद में दिए??…