कांग्रेस से 37 लोगों के निकाले जाने के बाद जहां एक खेमा पीसीसी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ लामबंद हैं, वहीं दूसरी तरफ सुक्खू के भी समर्थन में कुछ नेताओं ने खुलकर बोलना शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी के सचिव बलदेव ठाकुर ने प्रदेश अध्यक्ष सुक्खू के फैसले का बचाव किया है।
बलदेव ठाकुर का कहना है कि 37 लोगों के निष्कासन का दोष सिर्फ सुखविंदर सिंह सुक्खू को देना ग़लत है। उन्होंने कहा कि पीसीसी प्रमुख ने अपनी मर्ज़ी से किसी कोपार्टी से नहीं निकाला है, बल्कि पार्टी की मीटिंग में संबंधित क्षेत्र के नेताओं ने शिकायत पेश की। पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने के बाद इनके खिलाफ कार्रवाई हुई है। ख़ास बात की इनके खिलाफ कार्रवाई आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद ही की गई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस से 37 लोगों के निष्कासन के बाद पार्टी के भीतर घामासान छिड़ा हुआ है। इन लोगों पर चुनाव के दौरान पार्टी के के साथ भीतरघात करने के आरोप लगे हैं। निकाले गए लोगों में अधिकांश का संबंध वीरभद्र खेमे से है। ऐसे में वीरभद्र सिंह और सुखविंदर सिंह सुक्खू फिर से आमने-सामने हैं।