जब से आरबीआई ने 500 और 1000 के 99.3 फीसदी नोटों के बैंकों में वापस आने की जानकारी दी है तब से देश में नोटबंदी को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने भी नोटबंदी के मामले में मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नोटबंदी के दौरान पीएम मोदी और उनके मंत्रियों के बयानों को खास तौर पर निशाना बनाया और सवाल पूछा।
सुक्खू ने कहा कि नोटबंदी को पीएम मोदी ने काले धन के खात्मे के लिए जरूरी बताया था। जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजी के भी सफाए की बात कही थी। लेकिन, क्या ये दोनों चुनौतियां खत्म हुई है? सुक्खू ने पीएम मोदी से सवाल पूछा कि अगर 99.3 फीसदी पुराने नोट बैंकों को वापस आ गए हैं तो नोटबंदी की जरूरत क्या थी।
पीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि काला धन आया नहीं। पत्थरबाजी कश्मीर पर बदस्तूर जारी है। देश में नकली करेंसी की मौजूदगी भी है। ऐसे में नोटबंदी के जरिए पीएम मोदी ने कौन सा मील का पत्थर खड़ा करना चाहा। उन्होंने कहा कि शायद पीएम मोदी इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराना चाहते थे। इसलिए उन्होंने नोटबंदी का फैसला लिया।
नोटबंदी से क्या हुआ नुकसान
- CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक लाखों लोग का रोजगार खत्म हुआ
- भ्रष्टाचार में कमी नहीं आई। ट्रांसपैरेंसी इंटनैशनल के मुताबिक भ्रष्ट देशों की सूची में भारत 79 से 81 स्थान पर
- छोटे कारोबार को भारी क्षति
- खुदरा बाजार में आर्थिक आपातकाल जैसी स्थिति
- देश की जीडीपी में गिरावट
- एटीएम की लाइन में 100 से ज्यादा लोगों की हुई थी मौत