<p>हिमाचल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा के पपरोला में छात्रों के साथ हुई मारपीट और सिरमौर के शिलाई में जनमंच के दौरान लोगों को बदबूदार खाना परोसे जाने को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है। सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में सरकारी व्यवस्थाएं किस तरह चरमरा चुकी हैं और प्रदेश सरकार किस तरह से डगमगा कर चल रही है इसका उदहारण बुधवार को प्रदेश में हुई दो बड़ी घटनाएं हैं। सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन दोनों घटनाओं की पूरी तरह से निंदा करती है। पपरोला में जिस तरह से छात्रों के साथ मारपीट की गई है इस बात को लेकर कांग्रेस पार्टी छात्रों के साथ खड़ी है। </p>
<p>सुक्खू ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है जब लोग प्रदर्शन करने या अपनी मांगों को लेकर शिमला से बाहर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए खड़े हुए हों और मुख्यमंत्री ने अपना रास्ता ही बदल दिया हो। ऐसी घटनाएं निचले हिमाचल में ही जयराम ठाकुर क्यों करते हैं यह सबसे बड़ा सवाल है। उन्होंने कहा कि पपरोला से पहले हमीरपुर में भी दो बार मुख्यमंत्री इस तरह की घटनाएं कर चुके हैं। जब लोगों ने उनसे मिलने चाहा लेकिन मुख्यमंत्री का काफिला रुका ही नहीं या फिर मुख्यमंत्री ने अपना रास्ता ही बदल दिया।</p>
<p>उन्होंने कहा कि सरकार कांग्रेस की भी रही है और सरकार इससे पहले भाजपा की भी रही है। लेकिन यह पहली बार देखने को मिल रहा है कि मुख्यमंत्री लोगों की समस्याओं को सुलझाने की बजाय उनके साथ मिलने से भी कतरा रहे हैं । जोगिंदर नगर फार्मेसी के छात्र अपनी मांगों को लेकर आए थे और अगर 2 मिनट के लिए मुख्यमंत्री रुक कर उनकी मांगों को सुन लेते तो इसमें कोई बहुत बड़ी समय की बर्बादी शायद मुख्यमंत्री की नहीं होती। यह बहुत ही निंदा की बात है कि इस तरह की घटना हिमाचल प्रदेश में हुई है।</p>
<p>वहीं, सुक्खू ने सरकार के जनमंच पर निशाना साधते हुए कहा कि जनमंच सरकार के लिए पूरी तरह झंड मंच बन चुके हैं। पहले तो अफसरों की क्लास लगाकर नेताओं ने सरकारी अमले पर हमला किया और अब बासी धाम परोसकर लोगों से भद्दा मजाक किया । लेकिन लोगों ने अपना गुस्सा दिखाया है उससे सरकार की कार्यशैली भी सामने आने लगी है। उन्होंने कहा कि जब सरकार को 1 साल हुआ था तो लोगों का कहना था कि नए नए मुख्यमंत्री हैं लेकिन अब तो ढाई साल पूरे होने वाले हैं और अब नए मुख्यमंत्री नहीं अब तो लोगों ने मुख्यमंत्री से हिसाब मांगना शुरू कर दिया है और मुख्यमंत्री को जनता के बीच में जाकर हिसाब भी देना पड़ेगा।</p>
<p>उन्होंने कहा कभी इन्वेस्टमेंट के बहाने तो कभी दिल्ली में चुनाव के बहाने राजनीतिक हनीमून जनता के पैसे से चल रहा है। लेकिन अब जनता के बीच में जाकर जवाब देना पड़ेगा । उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन सभी मुद्दों को लेकर एक रणनीति के साथ एकजुट होकर पूरे प्रदेश में जनता के बीच में जाएगी और ढाई साल पूरे होते ही सरकार के खिलाफ एक मोर्चा पूरे प्रदेश में खोला जाएगा जो कि सरकार की नीतियों को जनता के बीच में पहुंचेगा ।</p>
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