मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ओल्ड बस स्टैंड ऊना में एक भारी जनसभा को सम्बोधित करते हुए ऊना शहर के बाई पास निर्माण के लिए सर्वेक्षण करवाने की घोषणा की।
उन्होंने ऊना शहर के लिए जल निकासी योजना, गांव संतोषगढ़, सनोली, वीनेबाल, पूना, मलूकपूर व मजारा में जल निकासी के लिए योजना, भवौर साहिब उठाऊ सिंचाई योजना के विस्तार तथा जिला मुख्यालय के साथ लगते लोअर अरनियाला, मलामत, रामपुर व रक्कड़ के लिए मल निकासी योजना का निर्माण करने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश चार वर्षों में आत्मनिर्भर बनेगा, जिसकी शुरूआत आज ऊना जिला से हुई है। आजादी के बाद सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना जिला ऊना में स्थापित होगी। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने ऊना में पीजीआई सेटेलाइट केंद्र बनाने की मात्र घोषणा की, लेकिन इसे आगे बढ़ाने के सार्थक प्रयास नहीं किए।
वर्तमान सरकार ने एक सप्ताह में पर्यावरण स्वीकृति सुनिश्चित कर इस केंद्र का निर्माण कार्य शुरू करवाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के प्रयासों से ही बल्क ड्रग पार्क का निर्माण कार्य तीव्रता से आगे बढ़ रहा है तथा इससे लगभग 10 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वर्ष पहले हमीरपुर संसदीय सीट से इतिहास बना, जब मुख्यमंत्री व उप-मुख्यमंत्री इसी क्षेत्र से बने। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में जब भी चुनौतियां आईं तो उप-मुख्यंमत्री के साथ मिलकर उनका सफलतापूर्वक सामना किया। सरकार बनने के बाद अधिकारियों ने अवगत करवाया कि राज्य सरकार पर 75 हजार करोड़ का कर्ज है।
प्रदेश के वित्तीय कुप्रबंधन पर राज्य सरकार ने विधानसभा में श्वेत पत्र लाया जिसे उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रस्तुत किया।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में जेओए (आईटी) की भर्ती रुकी रही, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसके लिए निरंतर प्रयास किए। उन्होंने स्वयं इन मामलों की निगरानी की और सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार के हक में फैसला सुनाया। उन्होंने कहा कि जल्द ही पोस्ट कोड 817 व 939 का रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में 2500 करोड़ का क्रिप्टोकरंसी घोटाला, 100 करोड़ का माइनिंग घोटाला व पुलिस भर्ती घोटाला हुआ। इसके अलावा कर्मचारी चयन आयोग में पेपर बेचे गए और आज भी भाजपा के नेता जनता को ठगने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चार साल तक पेपर बिकते रहे और पेपर खरीदने वालों को नौकरी मिलती रही, जबकि भाजपा सरकार मूकदर्शक बनी रही।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा राज्य चयन आयोग का गठन किया गया है, जिसमें पेपर लीक जैसी कोई घटना नहीं होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार हिमाचल को फिर से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है तथा ऐसी योजनाएं शुरू करने जा रही है जिससे युवाओं को रोजगार, किसानों व महिलाओं को सम्मान सुनिश्चित होगा।
उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग में 10 हजार पद भरे जाएंगे। इसके साथ-साथ 7 हजार अध्यापक, 2 हजार वन मित्र तथा 1226 पद पुलिस में भरने जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती में राज्य सरकार महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण प्रदान कर रही है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अच्छे शासन के लिए अच्छे प्रशासन का होना आवश्यक है। प्रथाओं को तोड़कर मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण के बाद उन्होंने टूटीकंडी बालिका आश्रम का दौरा किया। आवासियों की पीड़ा को समझा और अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए देश का पहला कानून बनाया, जिसके तहत सभी अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ का दर्जा दिया गया, जिसके तहत उनकी पूरी देखभाल का जिम्मा राज्य सरकार का है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के तहत वर्तमान राज्य सरकार 18 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को 2500 रुपए प्रति माह तथा 27 वर्ष तक के बच्चों को 4 हजार रुपए पॉकेट मनी के रूप में दे रही है।
उनकी शादी तथा स्टार्ट-अप के लिए 2-2 लाख रुपए की आर्थिक मदद प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें घर बनाने के लिए भूमि उपलब्ध करवाई जाएगी और 3 लाख रुपए आर्थिक सहायता सहित अन्य सुविधाएं भी दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की आर्थिक तंगहाली के बावजूद राज्य सरकार ने 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल की, ताकि वे वृद्धावस्था में सम्मानजनक जीवनयापन कर सकें। उन्होंने कहा कि मैं भी एक कर्मचारी बेटा हूं तथा मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए ओपीएस लागू कर अपनी चुनावी गारंटी पूरी की है। इसके साथ ही शिक्षा क्षेत्र में व्यापक स्तर पर व्यवस्था परिवर्तन किया जा रहा है। राज्य सरकार प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों को भी सुदृढ़ कर रही है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने दस में से तीन गारंटियों को पूरा कर दिया है। 680 करोड़ रुपए की राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना का पहला चरण आरंभ कर दिया गया है। इसके तहत युवाओं को आय का साधन प्रदान करने के लिए ई-टैक्सी खरीद पर 50 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है। वर्तमान राज्य सरकार 100 किलोवाट से लेकर 1 मैगावाट तक की सौर परियोजनाओं की स्थापना पर युवाओं को 40 प्रतिशत सब्सिडी की एक योजना जल्द ही शुरू करने जा रही है। किसानों को खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए, दूध का उचित मूल्य प्रदान करने के लिए वर्तमान सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने युवाओं से इन योजनाओं का लाभ लेने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष बरसात में भारी बारिश एवं भूस्खलन से आई आपदा से हिमाचल प्रदेश में 16 हजार घरों को नुकसान पहुंचा। लोगों के दर्द से वे वाकिफ हैं, इसलिए आर्थिक तंगी के बावजूद व नियमों में बदलाव कर राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपए का विशेष पैकेज आपदा प्रभावितों को दिया।
उन्होंने कहा कि इसके तहत पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घर के लिए 1.30 लाख रुपये के मुआवजे को साढ़े पांच गुणा बढ़ाकर सात लाख रुपये किया गया है। कच्चे मकान के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर मुआवजे को 25 गुणा बढ़ाते हुए 4000 रुपये से एक लाख रुपये तथा पक्के घर को आंशिक क्षति होने पर मुआवजे को साढ़े 15 गुणा बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है। इसके साथ-साथ बिजली व पानी का फ्री कनेक्शन तथा 280 रुपए प्रति बोरी की दर से सीमेंट उपलब्ध करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से इस आपदा में आर्थिक मदद की उम्मीद थी लेकिन, वह पूरी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि जब विधानसभा में प्रदेश सरकार ने हिमाचल की इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए प्रस्ताव लाया तो भाजपा के विधायक आपदा में भी लोगों के साथ खड़े नहीं हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ राजनीति करती है जबकि वर्तमान राज्य सरकार लोगों की निस्वार्थ सेवा कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के तीन भाजपा सांसदों ने कभी भी केंद्र सरकार से विशेष पैकेज की पैरवी नहीं की और वह सिर्फ चुनाव में वोट मांगने आएंगे।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने श्रीनिवास रामानुजन स्टूडेंट डिजिटल योजना के अंतर्गत वित्त वर्ष 2021-22 के लिए हिमाचल प्रदेश में 10वीं व 12वीं तथा कॉलेज स्तर के 25 मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए। जिला में कुल 10552 मेधावी विद्यार्थियों को इस वर्ष टैबलेट वितरित किये जा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अंतर्गत 10 अनाथ बच्चों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि आज ऊना जिला के लिए एक नई शुरूआत है क्योंकि यहां पहली बार सौर संयंत्र से वृहद स्तर पर विद्युत उत्पादन होने जा रहा है। इससे राज्य की आय भी बढ़ेगी। वर्तमान राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का अधिकार दिया लेकिन, पिछली भाजपा सरकार में कर्मचारियों को पुरानी पेंशन मांगने पर प्रताड़ित किया जाता था।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार कर्मचारियों की हितैषी है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरकारी कर्मचारियों की पेंशन के लिए कानून बनाया जाएगा, ताकि कोई भी उनके हक न छीन सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार अपनी सभी गारंटियों को चरणबद्ध ढंग से पूरा करेगी।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार का अड्डा बने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को भंग किया गया और नए चयन आयोग का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा सरकार 10 हजार पद जल शक्ति विभाग में भरने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार पांच वर्ष तक दृढ़ता से कार्य करेगी। उन्होंने विपक्ष से हिमाचल प्रदेश के विकास में राज्य सरकार का साथ देने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य कर रही है.
जिसमें आम आदमी के लिए काम करने का जज्बा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से आपदा के लिए कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वर्तमान राज्य सरकार ने बल्क ड्रग पार्क की पैरवी की और अब उसके लिए धनराशि मिल रही है। पीजीआई सैटेलाइट केंद्र ऊना के लिए पर्यावरण स्वीकृति मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के दृढ़ प्रयासों से मिली है।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 दिसंबर को पांच राज्यों में कांग्रेस पार्टी की सरकार का गठन होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता के आशीर्वाद से हिमाचल से चारों लोकसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी की जीत होगी।
विधायक सुदर्शन बबलू ने कहा कि आपदा के दौरान मुख्यमंत्री ने हर क्षेत्र में जाकर स्वयं राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं के हिमाचल की मदद के लिए केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता की कोई बात नहीं की। उन्होंने कहा कि 75 हजार रुपये का कर्ज होने के बावजूद मुख्यमंत्री प्रदेश के विकास के लिए दिन-रात कार्य कर रहे हैं।
विधायक देवेंद्र भुट्टो ने कहा कि आपदा के कारण पूरे प्रदेश तथा कुटलैहड़ में भी भारी नुकसान हुआ है लेकिन राज्य सरकार ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी प्रभावितों तक मदद पहुंचाई। उन्होंने पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताया।
विधायक चैतन्य शर्मा ने कहा कि आपदा के कारण प्रदेश में बहुत क्षति हुई लेकिन मुख्यमंत्री ने अपने स्वास्थ्य की परवाह न करते हुए सशक्त नेतृत्व प्रदान किया और प्रभावित परिवारों की मदद की। उन्होंने कहा कि राज्य में आपदा से 12 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है लेकिन केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं की। उन्होंने गगरेट में राजीव गांधी राजकीय डे-बोर्डिंग का शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्वागत करते हुए जिला ऊना के लिए सभी परियोजनाओं की सौगात के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार नेक नीयत और संवदेनशीलता के साथ काम कर रही है तथा आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए विशेष राहत पैकेज लेकर आई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर कर्मचारियों के साथ किए गए वादे को निभाया है।