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‘पेपर लीक मामले की हो CBI जांच, सरकार की शह से पेपर हुआ लीक’

अग्निहोत्री ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक होने के मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए। सरकार की शह पर पुलिस भर्ती का पेपर लीक किया गया है। 2020 में हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच तत्काल करवाती तो आज पुलिस भर्ती का पेपर लीक होने का मामला न होता।

डेस्क |

डेस्क। पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है। अनियमितताएं पाए जाने के बाद अब कांग्रेस भी सरकार और प्रशासन पर सवाल उठा रही है। इसी कड़ी में इलेक्शन कमेटी के चेयरमैन ने कहा कि युवाओं के साथ अन्याय कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिन बड़ी मछलियों के बदौलत ऐसी कुरितियों को अंजाम दिया गया है उन पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। जयराम सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने में असमर्थ है, जिसके चलते ऐसी कृत्य हो रहे हैं। इसकी सीबीआई जांच हो।

वहीं, कांग्रेस के विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक होने के मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए। प्रदेश के 74 हजार बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार की शह पर पुलिस भर्ती का पेपर लीक किया गया है। अगर सरकार वर्ष 2020 में हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच तत्काल करवाती तो आज पुलिस भर्ती का पेपर लीक होने का मामला न होता।

उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती के लिए प्रदेश के युवा कड़ी मेहनत करते हैं और ऐसे में उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। हर विभाग में भर्ती में गड़बड़ी हो रही है। मुख्यमंत्री के कार्यालय में बैठे अफसरों के परिजनों को नौकरियां दी जा रही हैं। सरकार इसकी सीबीआई जांच करवाए ताकि सब सच युवाओं के सामने आए।