उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक के रिश्वत लेने के मामले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बड़ा बयान दिया है। मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि तिलकराज से मेरा और सरकार का कोइ कनेक्शन नहीं है ये सब झूठ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तिलकराज एक सरकारी कर्मचारी है, पर इसका मतलब ये नहीं कि उसकी सरकार के साथ कोई कनेक्शन है।
बीजेपी नेताओं के इस्तीफा मांगने का लेकर सीएम वीरभद्र ने चुटकी लेते हुए कहा कि यदि कहीं बादल फटेंगे या कोई मुल्जिम पकड़ा जाएगा तो क्या हर बात में सीएम का इस्तीफा मांगा जाएगा…।
गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के दूसरे वरिष्ठ नेताओं ने तिलकराज का मुख्यमंत्री से डायरेक्ट कनेक्शन बताया था और उनके इस्तीफे की मांग की थी। तिलकराज को सीबीआई ने 5 लाख रिश्वत लेते रंगे हाथों चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था। तिलकराज की गिरफ्तारी से यह बात सामने आई कि वह सरकार के किसी बड़े नेता के केस के लिए बड़ी रकम का इंतजाम कर रहा था।
संगठन और सरकार के बीच ‘ताल भी है और मेल भी’
इसके अलावा पत्रकारों द्वारा पूछे गए संगठन और सरकार के बीच तालमेल को लेकर सवाल में सीएम वीरभद्र ने कहा कि सरकार और संगठन के बीच ताल भी है और मेल भी है, तभी तो डमरू बजेगा। इस वाक्य से हालांकि ये साबित होता नजर आ रहा है कि आलाकमान के साथ बैठक के बाद संगठन और सरकार में जो तकरार चल रही थी वह अब खत्म हो गई है। लेकिन, इसका फैसला तो बाद में ही पता चलेगा कि आखिरकार दोनों में सुलाह हो गई है या फिर चुनावों तक एकजुटता से रहने का दिखावा किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने नगर निगम शिमला के चुनावों में कांग्रेस की जीत का दावा किया और कहा की इस मर्तवा कांग्रेस सरकार नगर निगम शिमला की सत्ता में वापिसी करेगी।