<p>हिमाचल प्रदेश का चुनावी संग्राम खत्म हो चुका है। 68 विधायकों में से 44 विधायक बीजेपी एवं 21 कांग्रेस जबकि तीन अन्य विधायक हिमाचल विधानसभा में पहुंच चुके हैं। आधे सीटिंग विधायक चुनाव हार गए, जिनमें पांच मंत्री इतने ही सीपीएस और पूर्व मंत्री भी शामिल है। बीजेपी के मुख्यमंत्री का चेहरा प्रेम कुमार धूमल और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सिह सत्ती भी चुनाव हार गए। अब बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए किसकी लॉटरी लगेगी इस पर सियासत शुरू हो गई।</p>
<p>जेपी नड्डा, जय राम ठाकुर, अजय जामवाल मुख्यमंत्री की दौड़ में बताए जा रहे हैं। इसी बीच बीजेपी ने केन्द्रीय सीतारमण की अगुआई में दो सदस्यीय पर्यवेक्षक हिमाचल के लिए नियुक्त कर दिया है।अब उम्मीद ये जताई जा रही है कि 25 दिसंबर को भाजपा का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है। क्योंकि उस दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल भाजपाई का जन्मदिवस भी है। इसी बीच मन्त्रीमंडल को लेकर भी सहमति बनाई जानी है।</p>
<p>कांगड़ा सबसे बड़ा जिला है जहां से भाजपा ने सबसे ज्यादा 11 सीटें जीती है। इसलिए कांगड़ा के तीन मंत्री बनाए जा सकते है। धर्मशाला के किशन कपूर, ज्वालामुखी से रमेश धवाला और शाहपुर से सरवीण चौधरी को मंत्रिमंडल में शिमला किया जा सकता है। मंडी जिला दूसरा सबसे बड़ा जिला है और यहां 10 सीटो में से 9 सीटें बीजेपी ने जीती है यहां से कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए अनिल शर्मा का मंत्री बनना तय माना जा रहा है जबकि जय राम ठाकुर जिनका नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में चल रहे है यदि वह मुख्यमंत्री नहीं बनते हैं तो उनका भी मत्री बनना तय है।</p>
<p>शिमला की 8 विधानसभा सीटों में से तीन सीट बीजेपी की झोली में आई है। लेकिन, यहां से तीसरी बार चुनाव जीतकर आए सुरेश भारद्वाज व जुब्बल कोटखाई से नरेंद्र बरागटा के बीच मंत्रिमंडल में शामिल की दौड़ है इसमें सुरेश भारद्वाज बाजी मार सकते है। खबर तो ये भी है कि सुरेश भारद्वाज को हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है। इसके अलावा हमीरपुर से नरेंद्र ठाकुर को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।</p>
<p>यदि नड्डा मुख्यमंन्त्री नही बनते है तो बिलासपुर से तीन में से एक मंत्री बनाया जा सकता है। ऊना के कुठलेहड़ से वीरेन्द्र कंवर को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। चम्बा में भी पांच में से चार सीट बीजेपी ने जीती है इसलिए चम्बा से भी एक मत्री बनना तय है। हंसराज चुराह से इस दौड़ में सबसे आगे है। सिरमौर के नाहन सीट से जीते डॉ राजीव बिन्दल का मंत्री बनना तय है। अब बचा कबायली क्षेत्र जहां से रामलाल मार्कंड़य जीत कर आए है उनको उपाध्यक्ष या फिर सीपीएस बनाया जा सकता है।</p>
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