Follow Us:

जिला परिषद मंडीः 36 में से 20 से अधिक सीटों पर जीते BJP समर्थित उम्मीदवार, माकपा का भी अच्छा प्रदर्शन

बीरबल शर्मा |

मंडी जिला परिषद की 36 सीटों में से 20 से अधिक पर भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने जीत का परचम फहरा कर मुख्यमंत्री के गृह जिला और प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जिला परिषद पर अपना कब्जा जमा लिया है। कांग्रेस का आंकड़ा आधा दर्जन को भी नहीं छू पाया है जबकि वामपंथियों ने एक बार फिर से अच्छा प्रदर्शन किया है। रोचक यह रहा है कि कांग्रेस के दिग्गज एवं पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह की बेटी चंपा ठाकुर ने स्योग वार्ड से बड़ी जीत हासिल की है तो कोट बल्ह वार्ड से उनकी बहन जागृति राणा जीती हैं। ऐसे में अब एक ही सदन में बुआ भतीजी जीत कर पहुंची हैं। 

जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की बेटी वंदना गुलेरिया धर्मपुर के ग्रयोह वार्ड से कड़े संघर्ष में जीत गई मगर थौना वार्ड से उनके समधि व पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के चचेरे भाई पृथ्वी राज धूमल को हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें यहां से भाजपा द्वारा नामांकित समाजसेवी चंद्र मोहन शर्मा ने आठ हजार से अधिक मतों से मात दी। मंडी के जनेड वार्ड से बिजली बार्ड सेवा निवृत दो इंजीनियर जिनमें काहन सिंह भाजपा के समर्थित उम्मीदवार थे तो हरीश चंद्र को भाजपा का बागी उम्मीदवार माना गया था को एडवोकेट वेद प्रकाश कटोच ने हरा दिया। कटोच को भाजपा समर्थक माना जाता है। कांग्रेस को विशुद्ध तौर पर नगवाईं से रीता व कोट से जागृति राणा व स्योग से चंपा ठाकुर के तौर पर ही जीत हासिल हुई है। निवर्तमान सदस्य भाकपा नेता संत राम की पत्नी हिमी देवी थाची वार्ड जो मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र सराज में आता है से अच्छे अंतर से जीती हैं। 

माकपा के प्रदेश सचिवालय सदस्य कुशाल भारद्वाज भराड़ू वार्ड से बड़े अंतर से जीते हैं जबकि द्रंग के डलाह से रवि चंद जो माकपा समर्थक हैं ने जीत हासिल की है। वामपंथी नबाही वार्ड से जीते मुनीष कुमार को भी अपना बंदा मान रही है तो करसोग के सराहन वार्ड से जीते किशोरी लाल पर भी अपना हक जता रहे हैं। वामपंथियों को माकपा नेता भूपेंद्र सिंह जो निवर्तमान सदस्य थे व जिन्होंने पिछली बार महेंद्र सिंह की बेटी को हराया था के हारने व करसोग के ममेल वार्ड से निवर्तमान सदस्य श्याम सिंह चौहान के हारने से नुकसान भी हुआ है। कांग्रेस ने कई दिग्गज खो दिए जिनमें प्रदेश प्रवक्ता डॉ जय कुमार आजाद का नबाही से हार जाना भी एक झटका है। पूर्व पार्षद व दलित नेता चमन राही भी डैहर वार्ड से जीत नहीं पाए। मंडी जिला परिषद में भाजपा को अपना अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी व उसने किसी अन्य दल का मदद लेने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रदेश में सरकार के चलते आजाद उम्मीदवार भाजपा के साथ जुड़ जाएं तो यह कोई हैरानी वाली बात नहीं होगी।

राकेश जमवाल व इंद्र सिंह की रही बल्ले बल्ले

नगर परिषद की तर्ज पर जिला परिषद में भी सुंदरनगर के विधायक व प्रदेश भाजपा महामंत्री राकेश जमवाल की बल्ले बल्ले हुई है। उनके इलाके की तीनों सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है। बल्ह में भले ही भाजपा ने पाल वर्मा को अपना अधिकृत उम्मीदवार नहीं बनाया था मगर वह जीते और भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता हैं। लोअर रिवालसर व बैहल वार्ड से भी भाजपा की प्रियंता शर्मा व मनीषा ठाकुर बल्ह से ही हैं। थौना वार्ड से बड़ी जीत हासिल होने से सरकाघाट के विधायक इंद्र सिंह ठाकुर ने भी अपना सिक्का जमाया है। हालांकि भाजपा इस चुनावी दौड़ में जिला परिषद के 25 उम्मीदवारों पर अपना दावा ठोंक रही है जबकि कांग्रेस 7 को अपना उम्मीदवार बता रही है। वहीं माकपा पांच पर अपना क्लेम कर रही है। कांग्रेस को आपसी गुटबाजी ले गई। कई सीटों पर उनके उम्मीदवारों ने एक दूसरे को हराया। इस खेल से भी कांग्रेस हाशिये पर आ गई।

यहां से भाजपा को मिली जीत

इस चुनावी जीत में भाजपा ने कटौला, बासा, मंझोठी, रौड़, चुराग, नौण, ममेल, सांबीधार, डैहर, सलापड़, खिलड़ा, रिवालसर, कोट, बलद्वाड़ा, कोटली, लौंगणी, ग्रयोह, दतवाड़, लांगणा, थौना, भडयाल आदि सीटों पर भाजपा ने अपना परचम लहराया है। डैहर से कर्मचंद, सलापड़ से अंजू देवी, खिलड़ा से भूपेंद्र, भडयाल से पाल वर्मा, बैहल से मनीषा ठाकुर, रिवालसर से प्रियंता शर्मा, कोट से ज्ञान चंद, बलद्वाड़ा से ऊषा, थौना से चंद्रमोहन शर्मा, कोटली से कमलेश कुमारी, लौंगणी से जगदीश चंद, ग्रयोह से बंदना ठाकुर, दतवाड़ से मीना कुमारी, लांगणा से ममता भाटिया, कटौला से इंद्रा देवी, बासा से मुकेश कुमार, मंझोठी से द्रोमती देवी, रौड़ से खिमदासी, नौण से हुकम चंद, चुराग से चेतन सिंह, ममेल से बिहारी लाल, सांबीधार से सीमा आदि पर भाजपा ने अपना दावा जताया है।

माकपा ने भी किया अच्छा प्रदर्शन

माकपा ने जिला परिषद चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया है। उसके दो बड़े नेता चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं। इसमें डलाह से रविकांत और भराडूृ से कुशाल भारद्वाज ने जीत हासिल की है। जबकि थाची से हिमा देवी कामयाब हुई हैं। इसके अलावा कामरेड़ भूपेंद्र सिंह भी कम मतों से चुनाव हारे हैं। माकपा पांच पर चुनाव जीतने का दावा ठोंक रही है। नवाही वार्ड से जीते उम्मीदवार मनीष कुमार ने भले ही चुनाव निर्दलीय तौर पर जीता है लेकिन वह भी पहले कामरेड ही रह चुके हैं।

कांग्रेस का क्लेम सात पर

जिला परिषद चुनाव में सात सीटों पर अपना क्लेम किया है। लेकिन अधिकृत तौर पर तीन सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई है। इनमें कौल सिंह की बेटी चंपा ठाकुर सहित तीन सीटें जीत पाई हैं जबकि वह सात सीटों पर दावा कर रही है। इसमें नगवाई वार्ड, ब्रयोगी और महादेव वार्ड पर भी अपना दावा कर रही है।

वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष रणबीर सिंह ठाकुर का कहना है कि जिला परिषद चुनाव में भाजपा 25 सीटें जीती हैं। इस जीत का श्रेय सीएम जयराम ठाकुर और कार्यकर्ताओं को जाता है। सरकार के कार्यक्रमों के कारण लोगों ने भाजपा पर विश्वास जताया है। यह विश्वास आगामी विस चुनावों में देखने को अवश्य मिलेगा।

उधर, कांग्रेस प्रवक्ता आकाश शर्मा का कहना है कि जिला परिषद चुनाव में कांग्रेस ने लगभग सात सीटें जीती हैं। कांग्रेस को जिप चुनाव में हार मिली है। लेकिन उनके उम्मीदवार जिप में एक बेहतरीन भूमिका अदा करेंगे। कांग्रेस के दो दो उम्मीदवार खड़े हो जाने के कारण कई सीटें कम मार्जन से हारी हैं।