मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत 11 सितंबर से हो रही है। इसका समापन 24 सितंबर 2024 को होगा। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान देवी की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। साथ ही धन संबंधित समस्याओं का निवारण होने लगता है। जानें ज्योतिषाचार्य मनोज शर्मा नगवाईं मंडी वाले क्या कह रहें है इस व्रत के बारे में.
शुभ मुहुर्त
पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 10 सितंबर को रात 11 बजकर 11 मिनट पर होगी। इसका समापन 11 सितंबर को रात 11 बजकर 46 मिनट होगा। उदयातिथि के अनुसार 11 सितंबर 2024 को महालक्ष्मी व्रत रखा जाएगा। वहीं, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 24 सितंबर को पड़ रही है। ऐसे में इस दिन व्रत का समापन होगा।
महालक्ष्मी व्रत पूजा विधि
महालक्ष्मी व्रत के इन दिनों में सुबह सूर्योदय से पहले ही स्नान कर लेना चाहिए। फिर पूजा की सभी सामग्रियों को एकत्रित कर लें। इसके बाद चौकी लगाएं और उसपर मां महालक्ष्मी की मूर्ति को स्थापित कर दें। अब माता को चुनरी चढ़ाएं और धीरे-धीरे सुपारी नारियल, चंदन, पुष्प, अक्षत, फल समेत सभी चीजें अर्पित करते जाए। इसके बाद आप मां लक्ष्मी को सोलह श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं