पौष मास की शुरुआत: पौष मास को पितरों का महीना माना जाता है, और यह माह धार्मिक व आध्यात्मिक कार्यों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह 13 जनवरी 2025 को पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा। ज्योतिर्विद अनिल शास्त्री का कहना है कि इस अवधि में पितृ शांति और दान-पुण्य से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
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