ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग फाइनल्स का खिताब जीत लिया है. ज्यूरिख में हुए फाइनल्स में नीरज चोपड़ा ने 88.44 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ यह खिताब जीता. 24 साल के नीरज डायमंड लीग फाइनल जीतने वाले पहले भारतीय भी बन गए हैं. फाइनल में भारतीय एथलीट ने चेक गणराज्य के ओलंपिक रजत पदक विजेता याकुब वाडलेज और जर्मनी के जूलियन वेबर को पछाड़ा. वाडलेच 86.94 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ दूसरे और जर्मनी के जूलियन वेबर (83.73) तीसरे नंबर पर रहे.
हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव के नीरज ने 27 अगस्त को डायमंड लीग के लुसाने लीग का खिताब जीता था. लुसाने लेग को जीतकर ही उन्होंने डायमंड लीग ग्रैंड फाइनल में जगह बनाई थी. इससे पहले उन्होंने 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था और क्रमशः 7वें और चौथे स्थान पर रहे थे.
ज्यूरिख में हुए डायमंड लीग फाइनल में नीरज की शुरुआत अच्छी नहीं रही. दबाव भरे मुकाबले में नीरज का पहला थ्रो फाउल रहा. हालांकि, चोट के बाद मैदान पर वापसी करने वाले नीरज ने दूसरे ही प्रयास में ही अपने विरोधियों से काफी आगे निकल गए. उन्होंने दूसरे प्रयास में 88.44 मीटर दूर भाला फेंका. तीसरे प्रयास में नीरज ने 88 मीटर, चौथे में 86.11 मीटर, पांचवें में 87 मीटर और छठे प्रयास में 83.60 मीटर दूर भाला फेंका.
13 महीने के अंदर नीरज ने जीता चौथा बड़ा खिताब…
नीरज चोपड़ा ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर सनसनी मचा दी थी. अभिनव ब्रिंदा के बाद वह ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले सिर्फ दूसरी भारतीय बने थे. इसके अलावा एथलेटिक्स में गोल्ड जीतने वाले नीरज भारत के पहले खिलाड़ी हैं. इस साल नीरज ने तीन बड़े कारनामे किए. उन्होंने अमेरिका के यूजीन में 24 जुलाई को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल जीता. इस दौरान नीरज चोटिल हो गए और उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हिस्सा नहीं लिया.
चोट के करीब एक महीने बाद उन्होंने मैदान पर वापसी की और इतिहास रचा. डायमंड लीग के लुसाने चरण में नीरज ने पहले प्रयास में भाला 89.08 मीटर दूर फेंका. यह उनके करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास था. उन्होंने लुसाने लेग में गोल्ड मेडल जीता. अब उन्होंने डायमंड लीग फाइनल का खिताब भी जीता.