नुरपूर: खेल मंत्री राकेश पठानिया ने हिमाचल को खेलों का केंद्र बनाने के लिए विशेष ध्यान देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने ये बात केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की ओर से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के खेल मंत्रियों के साथ आयोजित वर्चुअल बैठक में कही।
खेल मंत्री ने हिमाचल को विंटर खेलों के हब के रूप में विकसित करने की मुहिम के बारे में भी जानकारी दी। खिलाड़ियों की विंटर ओलंपिक में भागीदारी बढ़ाने के लिए धर्मशाला, मनाली और शिमला में ऑल वेदर आइस स्केटिंग रिंक का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने आगे बताया कि इसके अंतर्गत दो परियोजनाओं की मंजूरी मिल चुकी है।
पठानिया ने कहा कि “खेलो इंडिया” कार्यक्रम के तहत प्रदेश सरकार की ओर से 22 परियोजनाएं मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजी गई हैं, जिनमें से अभी तक सिर्फ़ चार ही परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है। कांगड़ा ज़िला में प्रस्तावित हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेन्टर की भी जानकारी दी गई। इस सेंटर के लिए केंद्र सरकार की मदद की ज़रूरत है। प्रदेश में साहसिक खेल गतिविधियों को बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पठानिया ने कहा प्रदेश में खेलों के प्रति रुचि और खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने ओलंपिक और पैरालंपिक के पदक विजेताओं के लिए एक करोड रुपये की प्रोत्साहन राशि दी है।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह बैठक आगामी ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाडियों और खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि आगामी ओलिंपिक में भाग लेने के लिए “वन स्टेट, वन स्पोर्ट” योजना पर कार्य को प्राथमिकता दी जाएगी जिससे खिलाड़ी अधिक से अधिक मेडल जीत सकें। उन्होंने कहा कि इस कार्य को अमलीजामा पहनाने में केंद्र के साथ-साथ राज्यों की भी विशेष भूमिका रहेगी।