भारतीय क्रिकेटर जसप्रीत बुमराह के दादा जी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। उनका शव अहमदाबाद के साबरमती नदी में मिला। जसप्रीत के दादा जी संतोक सिंह बुमराह शुक्रवार से ही लापता थे और इसके लिए रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई थी। बुमराह की बुआ का कहना है कि उनके पिताजी उत्तराखंड से 5 दिसंबर को जसप्रीत के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने के लिए अहमदाबाद आए थे। जसप्रीत के दादाजी 84 वर्ष के थे। वो अपनी आजीविका के लिए ऑटो रिक्शा चलाते थे।
बुमराह की बुआ का दावा है कि बुमराह की मां ने उनके पिता को अपने पोते से मिलने नहीं दिया। बता दें कि जसप्रीत बुमराह अपनी मां और परिवार के साथ अहमदाबाद में रहते हैं। उनके पिता का निधन तब हो गया था जब वह सिर्फ 7 साल के थे। राजेंदर कौर का कहना है कि जसप्रीत बुमराह की मां जिस स्कूल में पढ़ाती हैं वहां भी वह मुलाकात के लिए गए थे।
रजिंदर कौर ने बताया कि जसप्रीत की मां ने उनसे मिलने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि हमारे परिवार से कोई भी उनके बेटे से किसी तरह से संपर्क करने की कोशिश न करे। उन्होंने जसप्रीत का नंबर देने से भी इनकार कर दिया। गौतलब है कि रविवार को जिस वक्त उनके दादाजी का शव मिला उस वक्त बुमराह टीम इंडिया की तरफ से धर्मशाला में मैच खेल रहे थे।
वहीं अहमदाबाद पुलिस का कहना है कि संतोष सिंह का शव साबरमती नदी के गांधी ब्रिज और दधीचि ब्रिच के बीच मिला। रविवार दोपहर उनका शव अहमदाबाद फायर एंड इमर्जेंसी सर्विस ने बरामद किया। पहली नजर में पुलिस ने इसे सुसाइड का मामला बताया है।