फीफा अंडर-17 का नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में शुक्रवार को आगाज हुआ। पीएम मोदी की मौजूदगी में टीम इंडिया अपना पहला मैच खेलने उतरेगी। इससे पहले कोलंबिया और घाना के बीच पहला मैच हुआ। जिसमें घाना ने कोलंबिया को 1 गोल से मात दी। दूसरा मैच भारत और अमेरिका के बीच होगा। मैदान में चारो तरफ टीम इंडिया को सपोर्ट करने के लिए काफी संख्या में फुटबॉल प्रेमी दर्शक उपस्थित हैं। फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ओर खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर भी उपस्थित हैं। पीएम मोदी ने देश के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
मोदी ने किया ट्विट
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने विश्व कप में भाग ले रही सभी टीमों का स्वागत किया। उन्होंने ट्विट किया है, 'फीफा में भाग लेने वाली सभी टीमों का स्वागत और शुभकामनाएं। मुझे पूरा विश्वास है फीफा अंडर-17 फुटबॉल प्रेमियों के लिए मजेदार होगा'।
नहीं हुई ओपनिंग सेरेमनी
फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप फुटबॉल टूर्नामेंट की ओपनिंग सेरेमनी आयोजित नहीं की गई। फीफा में इस तरह के टूर्नामेंट की ओपनिंग सेरेमनी की परंपरा नहीं है।
विजेता टीम को मिलेंगे 2 लाख अमेरिकी डॉलर
फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप की विजेता टीम को इस बार चमचमाती ट्रॉफी के साथ 2,00,000 अमेरिकी डॉलर ईनामी राशि के रूप में मिलेंगे। उपविजेता टीम को 40,000 अमेरिकी डॉलर की राशि दी जाएगी। 28 अक्टूबर को कोलकाता के विवेकानंद युवा भारती क्रीड़ांगन में फाइनल के बाद विजेता कप्तान को ट्रॉफी मिलेगी।
चीन में खेला गया था पहला टूर्नामेंट
इस टूर्नामेंट का पहला सत्र 1985 में चीन में खेला गया था जिसके बाद हर 2 साल बाद इस टूर्नामेंट का आयोजन किया जाने लगा। उस समय खिलाडियों की आयु सीमा 16 वर्ष हुआ करती थी।
1991 में इसे बढ़ाकर 17 साल कर दिया गया। एशिया में फीफा अंडर-17 विश्वकप का 5वां आयोजन है। फीफा अंडर-17 विश्वकप में सबसे सफल टीम नाइजीरिया है जिसने इस खिताब को 5 बार (1985, 1993, 2007, 2013, 2015) अपने नाम किया है। हालांकि उनकी टीम इस बार क्वालीफाई नहीं कर पाई।