हिमाचल प्रदेश के सैलानियों के सैर सपाटे का मजा और रोमांच बढ़ने वाला है। हिमाचल में खेलों और पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से केंद्र सरकार ने 100 करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। प्रोजेक्ट के मंजूर होने से अब प्रदेश में खेलों से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
केंद्र से 100 करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद मंडी, शिमला और सोलन की सीमा पर तत्तापानी और हमीरपुर के नादौन में रिवर राफ्टिंग समेत दूसरे जल क्रीड़ाओं की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
इस बारे में जल क्रीड़ा केंद्र बिलासपुर, प्रभारी राकेश कुमार का कहना है कि केंद्र से प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग समेत अन्य साहसिक खेलों के लिए आधारभूत ढांचा बनाया किया जाएगा। इससे तत्तापानी कोलबांध परियोजना और नादौन में रिवर राफ्टिंग को बढ़ावा मिलेगा।
कुल्लू में बढ़ेगा पैराग्लाइडिंग का रोमांच
वहीं, कुल्लू-मनाली में जल्द ही 3 नई जगहों (मझाच मुहाल, फलाइन और तलेइटी) से पैराग्लाइडिंग शुरू होने वाली है। इसके तहत तैयारी पूरी कर ली गई है, अब इंतजार है तो बस तारीख तय होने का…।
ये होंगे 3 नए प्वाइंट
- मझाच मुहाल, मनाली तहसील की बुरूआ फाटी में है। सैलानी यहां से उड़ान भर कर शनाग के पास लैंड करेंगे।
- दूसरा प्वाइंट कुल्लू तहसील की कोठी मंडलगढ़ के फलाइन गांव में होगा। इसकी लैंडिंग डोभी गांव के पास होगी।
- पैराग्लाइडिंग के लिए तीसरे नए उड़ान स्थल तलेइटी से उड़ान भरने वाले पैराग्लाइडर खराहल फाटी के ही गांव तलोगी में उतरेंगे।