Bhai-Duj

डॉ. रीना रवि मालपानी द्वारा लिखित लघु कथा भाई-दूज विशेष : भाई की भूमिका

कहते है नियति के फैसले को सहर्ष स्वीकार करना चाहिए, पर मानव मन इतना समझदार कहाँ। ऊमा और रमा दोनों बहनें…

1 year ago