भारतीय क्रिकेट टीम को एक नई पहचान देने वाले, टीम इंडिया को दो बार विश्व चैंपियन महेंद्र सिंह धोनी का आज जन्मदिन है। पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने वाले और दुनिया के सबसे सफल विकेटकीपरों और फिनिशर के रूप में शुमार महेंद्र सिंह धोनी आज पूरे 38 साल के हो गए हैं। एक सामान्य परिवार में पल बढ़कर टीम इंडिया का कप्तान बनने तक का उनका जीवन संघर्षमय रहा है। उन्होंने इस मुकाम को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की। उनके जीवन के उतार-चढ़ाव, संघर्ष और सफलता को देखते हुए उन पर बॉलीवुड में फिल्म भी बनाई गई।
धोनी ने कई सम्मान भी प्राप्त किए हैं जैसे 2005 में आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ़ द इयर अवार्ड (प्रथम भारतीय खिलाड़ी जिन्हें ये सम्मान मिला), राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार और 2009 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म श्री पुरस्कार साथ ही 2009 में विस्डन के सर्वप्रथम ड्रीम टेस्ट ग्यारह टीम में धोनी को कप्तान का दर्जा दिया गया। उनकी कप्तानी में भारत ने 28 साल बाद एक दिवसीय क्रिकेट विश्व कप में दुबारा जीत हासिल की।
साल 2013 में इनकी कप्तानी में भारत पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी का विजेता बना। धोनी दुनिया के पहले ऐसे कप्तान बन गये जिनके पास आईसीसी के सभी कप है। इन्होंने 2014 में टेस्ट क्रिकेट को कप्तानी के साथ अलविदा कह दिया था। इनके इस फैसले से क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया। 14 जुलाई 2018 को, एमएस धोनी चौथे भारतीय क्रिकेटर और ओडीआई क्रिकेट में 10,000 रन बनाने के लिए दूसरे विकेटकीपर बने।
जब धोनी को देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण से नवाजा गया तो इस मौके पर वह सेना की वर्दी पहनकर परेड़ करते हुए मंच तक पहुंचे। पद्म भूषण सम्मान से नवाजा जाना तो बड़ी बात थी ही लेकिन इसे आर्मी की वर्दी में रिसीव करके धोनी ने इस पर चार चांद लगा दिए। धोनी ने ऐसा कर यह बता दिया कि चाहे वर्दी किसी भी रंग की हो वो उसे पहनने में गौरान्वित महसूस करते हैं।