21वीं सदी के महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग अब इस दुनिया में नहीं हैं। 76 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। स्टीफन हॉकिंग ने ब्राह्मांड के रहस्यों को समझने में दुनिया की मदद की। अलबर्ट आइंसटाइन के बाद उन्होंने कई कॉस्मिक रहस्यों से पर्दा उठा। हम आपको उनके जीवन के उन संघर्षों को बताने जा रहे हैं, जिसे शायद काफी लोग नहीं जानते हैं। स्टीफन हॉकिंग से जुड़ी ख़ास बातें, जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे और अंदाजा लगेगा कि महापुरुष यूं ही नहीं बनते….
- 1974 में स्टीफन हॉकिंग ने दुनिया को अपनी सबसे महत्वपूर्ण खोज 'ब्लैक होल थिअरी' के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि ब्लैक होल क्वॉन्टम प्रभावों की वजह से गर्मी फैलाते हैं। 5 साल बाद ही वह कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में गणित के प्रोफेसर बन गए। यह वही पद था जिस पर कभी महान वैज्ञानिक ऐलबर्ट आइनस्टाइन नियुक्त थे।
- 1942 में पैदा हुए स्टीफन हॉकिंग को 21 साल की उम्र में amyotrophic lateral sclerosis (ALS) नाम की गंभीर बीमारी हो गई। इस बीमारी की वजह से उनका शरीर धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया था। धीरे-धीरे यह समस्याएं इतनी बढ़ गईं कि उनकी बोली लड़खड़ाने लगी। डॉक्टर्स ने उस समय हॉकिंग को बताया था कि वह 2 साल से ज्यादा नहीं जी पाएंगे, लेकिन यह दावा गलत साबित कर हॉकिंग ने अपनी रिसर्च जारी रखी।
- हॉकिंग चल फिर नहीं सकते थे और हमेशा वील चेयर पर रहते थे। वह कम्प्यूटर और तमाम डिवाइसों के जरिए अपने शब्दों को व्यक्त करते थे। उन्होंने इसी तरह से भौतिकी के बहुत से सफल प्रयोग भी किए हैं।
- स्टीफन हॉकिंग ने स्वर्ग की परिकल्पना को सिरे से खारिज कर दिया था और कहा था कि स्वर्ग केवल अंधेरे से डरने वालों के लिए बनाई गई कहानी है। हॉकिंग ने कहा था कि हमारा दिमाग एक कम्प्यूटर की तरह है जब इसके पुर्जे खराब हो जाएंगे तो यह काम करना बंद कर देगा। खराब हो चुके कम्प्यूटरों के लिए स्वर्ग और उसके बाद का जीवन नहीं है।