नॉर्थ ईस्ट यानी पूर्वोत्तर भारत जो एक सीमावर्ती क्षेत्र है। इसकी 2 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा भूटान, चीन, म्यानमार और बंग्लादेश से लगती है। नॉर्थ ईस्ट 8 राज्यों से मिलकर बनता है- जिनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा। इन राज्यों में अपार प्राकृतिक संसाधन हैं। नॉर्थ ईस्ट दक्षिण एशिया बाजार में सुविधाजनक तरीके से प्रवेश करने के लिए महत्वपूर्ण है।
अपने अपार संसाधन, ऊपजाऊ भूमि के चलते ये क्षेत्र देश के सर्वाधिक संपन्न क्षेत्रों में से एक हो सकता है। लेकिन बावजूद इसके नॉर्थ ईस्ट देश के सर्वाधिक पिछड़े क्षेत्रों में से एक है। यहां की प्रति व्यक्ति आय देश के मुकाबले सबसे कम है। क्योंकि इन 8 राज्यों में उग्रवाद और अलगाववादी ताकतें विकास की हवा पहुंचने ही नहीं देती।
इन पहाड़ी राज्यों में स्वाधीनता और स्वायत्ता का जुनून छा रहा है। इन राज्यों में सीमा विवाद भी चरम पर है। वोट की राजनीति के चलते उग्रवादी तत्वों को हवा मिलती रहती है। वैसे तो नॉर्थ ईस्ट भारत का हिस्सा है लेकिन आज भी यहां के लोगों के साथ देश में नस्ल के आधार पर भेदभाव किया जाता है। आज भी यहां को लोगों को चाइनीज या चिंकी कहकर बुलाया जाता है। आज भी यहां के लोग नस्लभेद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
नॉर्थ ईस्ट के मुद्दों को जनता के सामने ला रहे ‘अनुभव सिन्हा’
नॉर्थ ईस्ट की इन्हीं समस्याओं को लेकर अनुभव सिन्हा एक फिल्म लेकर आ रहे हैं जिसका नाम है ‘अनेक’। अनुभव सिन्हा की फिल्म मुल्क, थप्पड़ और आर्टिकल 15 की तरह फिल्म ‘अनेक’ की भी काफी चर्चा हो रही है। फिल्म में बड़े पैमाने पर नॉर्थ ईस्ट के अहम मुद्दों को उठाया गया है। फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई है आयुष्मान खुराना ने। गुरुवार को फिल्म ‘अनेक’ का ट्रेलर रिलीज हो गया है।
अनेक दर्शकों को जीवन भर के मिशन पर ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह एक राजनीतिक एक्शन थ्रिलर फिल्म है। इसके ट्रेलर में आयुष्मान अपने करियर में पहली बार एक अंडरकवर कॉप की भूमिका निभाते हुए दिखाई दे रहे हैं। बड़े पैमाने और बड़े कैनवस पर फिल्माई गई इस फिल्म को नॉर्थ ईस्ट में असाधारण लोकेशन्स पर शूट किया गया है, जिसमें न केवल दिलचस्प कंटेंट है, बल्कि ग्रिपिंग एक्शन सीक्वेंसेज भी हैं।
फिल्म को लेकर क्या बोले अनुभव सिन्हा
फिल्म को लेकर अनुभव सिन्हा कहते हैं, “अनेक मेरी अब तक की सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्म रही है। यह एक ऐसे विषय पर आधारित है जिसके बारे में शायद कम बोला जाता है। यह इस तथ्य पर फिर से जोर देता है कि हमारी संस्कृतियों, परंपराओं, भाषाओं में भिन्नता होने के बावजूद, भारत एक देश के रूप में ऊपर उठ सकता है और जीत सकता है। तो हमारे रास्ते में आने वाली सभी चुनौतियों के बावजूद, चाहे वह कठिन इलाके में शूटिंग हो या महामारी के दौरान फिल्मांकन करना हो, हम आगे बढ़े। मुझे गर्व और जीत का अहसास हो रहा है कि हमने इस फिल्म के साथ जो कुछ भी निर्धारित किया है, वह सब कुछ पूरा कर लिया है। ”
‘फिल्म के लिए दिया सर्वश्रेष्ट शॉट’
वहीं, फिल्म को लेकर आयुष्मान खुराना का कहना है कि “अनेक वास्तव में एक भारतीय होने की भावना का जश्न मनाता है। अनुभव सर ने इस फिल्म के साथ अपनी भावुक कहानी के साथ लिफाफे को आगे बढ़ाते हुए एक नया बेंचमार्क स्थापित किया हैं। मेरा किरदार जोशुआ ने मुझे शारीरिक और मानसिक रूप से उन चीजों को करने के लिए मजबूर किया जो मैंने पहले कभी नहीं किया था। सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण के साथ, मैंने इस किरदार को फिल्म के लिए अनुभव की गई हर चीज को जीवंत करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ शॉट दिया।”