हमीरपुर की पूर्व सीपीएस एवं विधायक उर्मिल ठाकुर के एक बार फिर से भाजपा में शामिल होने से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर गर्म हो गया है. भाजपा के दिग्गज नेता स्व. जगदेव चंद ठाकुर की बहू उर्मिल ठाकुर ने टिकट न मिलने से नाराज होकर वर्ष 2017 विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा से किनारा कर लिया था और कांग्रेस में शामिल हो गई थी लेकिन विधानसभा चुनावों के ठीक पहले उर्मिल ठाकुर का भाजपा में शामिल होने से टिकटार्थियों की धुकधुकी को भी बढा दिया है. वहीं भाजपा पार्टी में उर्मिल ठाकुर के फिर से आने से बगावती सुर भी देखने को मिल सकते हैं क्योंकि हमीरपुर में भी भाजपा के दो से तीन धडे हो चुके है जिसके चलते अब उर्मिल ठाकुर के भाजपा में आने से कुछ नेताओं की नाराजगी भी जाहिर होगी.
पूर्व विधायक उर्मिल ठाकुर के कांग्रेस पार्टी में जाने के बाद से उर्मिल ठाकुर का कांग्रेस में भी मौजूदगी कभी भी नजर नहीं आई है तो रैलियों, कार्यक्रमों से भी उर्मिल ठाकुर की उपस्थिति नहीं रही है और अब चुनावों से पहले फिर से भाजपा पार्टी में वापिसी होना राजनीतिक समीकरण पर क्या असर डालेंगे इस पर सब की नजर है. क्योंकि पांच साल पहले भाजपा से टिकट न मिलने की नाराजगी के चलते पार्टी छोड कर जाना और अब चुनावों से ठीक पहले वापिस आना चर्चा बन रहा है.
बता दे कि वर्ष 1995 में बीडीसी और जिला परिषद सदस्य के तौर पर राजनीति में उतरी उर्मिल ठाकुर भाजपा में उच्च राजनीतिक पदों पर आसीन रह चुकी है और उर्मिल ठाकुर ने राष्ट्रीय परिषद सदस्य भाजपा के अलावा राष्ट्रीय महिला मोर्चा सदस्य, महिला मोर्चा जम्मू कश्मीर की प्रभारी के तौर पर भी सेवाएं दे चुकी हैं. इसके साथ ही उर्मिल ठाकुर ने 1998 और 2007 में भाजपा सरकार में बतौर विधायक चुनी गई हैं जिसके चलते ही सरकार में सीपीएस बनाया गया था.
वहीं, जिला भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा ने उर्मिल ठाकुर की घर वापिसी पर खुशी जाहिर की और कहा कि उर्मिल ठाकुर के भाजपा में आने से भाजपा को मजबूती मिलेगी और चुनावों के नजदीक कार्यकर्ताओं में जोश आएगा.
गौरतलब है कि अभी विधानसभा चुनावो के लिए दो से तीन महीनों का समय बाकी है लेकिन भाजपा में पूर्व विधायक उर्मिल ठाकुर की वापिसी के बाद क्या समीकरण बनते है इस पर सभी की नजर है क्योंकि हमीरपुर विधानसभा में भी चुनावों में टिकट के चाहवानों में दो से तीन लोग मैदान है ऐसे में टिकट के दावेदारों में भी उर्मिल ठाकुर की वापिसी से खलबली मची हुई है.