Mandi: मंडी की सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने कृषि कानून पर दिए गए बयान पर किसानों से माफी मांगी हैं। कंगना ने अपने एक्स पर पोस्ट करके कहा कि यदि उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची हैं तो उन्हें इसका खेद रहेगा। उसके लिए वह माफी मांगती है और अपने शब्द वापस लेती है।
Do listen to this, I stand with my party regarding Farmers Law. Jai Hind 🇮🇳 pic.twitter.com/wMcc88nlK2
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 25, 2024
बता दें कि हरियाणा में चुनावी तपिश के बीव कांग्रेस ने मंगलवार को कृषि कानूनों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कंगना रनौत की एक टिप्पणी का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी 2021 में निरस्त किए गए तीन कानूनों को वापस लाने का प्रयास कर रही है और हरियाणा इसका करारा जवाब देगा।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर रनौत का एक बिना तारीख वाला वीडियो साझा किया, जिसमें वह कथित तौर पर हिंदी में कह रही हैं, ‘जो कृषि कानून निरस्त किए गए हैं उन्हें वापस लाया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि यह विवादास्पद हो सकता है। किसानों के हित में कानून वापस लाए जाएं। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए, ताकि उनकी समृद्धि में कोई रुकावट नहीं रहे।’
“तीनों किसान क़ानून वापस लाये जाने चाहिए” : BJP MP कंगना रनौत
जिन तीन काले किसान विरोधी क़ानूनों की मुख़ालिफ़त करते 750 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए
उनको दोबारा से लाने की कोशिश की जा रही है. हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे
सबसे पहला जवाब हरियाणा देगा pic.twitter.com/kRAkRuE2cc
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) September 24, 2024
कांग्रेस ने वीडियो के साथ एक पोस्ट में कहा, ‘किसानों पर थोपे गए तीनों काले कानून वापस लाए जाएं: यह बात भाजपा सांसद कंगना रणौत ने कही है। देश के 750 से अधिक किसान शहीद हो गए, तब जाकर मोदी सरकार जागी और ये काले कानून वापस लिए गए।’
इसके बाद राजनीतिक हलकों में हंगामा मच गया। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तुरंत इस बयान से खुद को अलग कर लिया है। BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए साफ किया कि कंगना रणौत का यह बयान उनका निजी विचार है और इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, “यह जो कुछ कंगना द्वारा कहा गया है, यह कंगना का व्यक्तिगत बयान है। इसका BJP से कोई संबंध नहीं है। कंगना रनौत BJP के लिए ऐसे बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं।”