Follow Us:

ईरान के तेल निर्यात को अमेरिका ने लगाई पाबंदी, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने ली जिम्मेदारी

समाचार फर्स्ट डेस्क |

ईरान के तेल निर्यात को अमेरिका ने पाबंदी लगा दी है। अमेरिकी पाबंदी 4 नवंबर से लागू हो जाएगी। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस 'मोहम्मद बिन सलमान' ने कहा कि ईरान पर अमेरिकी पाबंदी की वजह से जितनी मात्रा में तेल की कमी होगी, उसे सऊदी अरब पूरा करेगा। उधर, तेल व्यापारियों का कहना है कि सऊदी अरब तेल की कमी को पूरा करने की दिशा में तेजी नहीं दिखा रहा है। उन्हें यह भी आशंका है कि शायद सऊदी अरब की इतनी क्षमता ही नहीं हो कि वह ईरान की कमी पूरी कर सके।

गौरतलब है कि इस वक्त ब्रेंट क्रूड 86 रुपए प्रति डॉलर के आसपास ट्रेड कर रहा है। यह पिछले चार साल का उच्चतम स्तर है। इसे थामने की सऊदी अरब की कोशिश भी अब तक असफल रही है। क्राउन प्रिंस का कहना है कि तेल के दाम में उछाल की वजह उत्पादन घटना नहीं है, बल्कि दुनिया के विभिन्न देशों के अपने-अपने हालात हैं। उन्होंने कहा, 'पिछले महीने जो तेल के दाम बढ़े, उसकी वजह ईरान नहीं है। इसकी बड़ी वजह कनाडा, मैक्सिको, लीबिया, वेनेजुएला और अन्य देशों के हालात हैं।'

हालांकि, ओपेक के सदस्य देशों के साथ-साथ कुछ अन्य तेल उत्पादक देशों ने प्रतिदिन 1.5 अरब बैरल तेल का अतिरिक्त उत्पादन शुरू कर दिया है। क्राउन प्रिंस के मुताबिक, यह मात्रा ईरान के कारण प्रतिदिन तेल उत्पादन में 70 हजार बैरल की कटौती की दोगुनी है। उन्होंने कहा, 'हम ईरान से हरेक बैरल की कमी के एवज में दो बैरल तेल निर्यात कर रहे हैं। इसलिए, हमने अपने दायित्व से बढ़कर किया है।'

सऊदी अरब प्रतिदिन 1 करोड़ 7 लाख बैरल तेल का उत्पादन कर रहा है। यह करीब-करीब रेकॉर्ड है। क्राउन प्रिंस का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो और हर दिन 13 लाख बैरल का उत्पादन किया जाएगा।