श्रीलंका में लोगो ने सड़कों से लेकर राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास तक धावा बोला हैं. राजपक्षे परिवार से लोगों की नाराजगी का कारण वहां कि अर्थव्यवस्था की वजह से है इसलिए लोगो ने राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास पर कब्जा जमाया हुआ है. लोगो की मांग है जब तक गोटाबाया राजपक्षे इस्तीफा नहीं दे देंगे हम लोग यहां से कहीं नहीं जाएंगे. इसी बीच राष्ट्रपति के भाई और पूर्व वित्तमंत्री बासिल राजपक्षे को एयरपोर्ट पर रोक लिया गया. यह सब तब हुआ जब वे देश छोड़कर भागने की फिराक में थे. बासिल राजपक्षे गोटाबाया सरकार में मंत्री रह चुके हैं. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इस शासनकाल के दौरान राजपक्षे परिवार के सदस्यों ने जमकर कमाई की हैं.
श्रीलंका व इंटरनेशनल की मीडिया की रीपोर्ट के अनुसार जब बासिल राजपक्षे जब देश छोड़कर भागने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे तब कर्मचारियों और अधिकारियों ने काम करने से इंकार कर दिया था और उनका एयरपोर्ट पर रोक लिया गया. उनका इसके बाद बासिल राजपक्षे को वहां से मजबूरी में वापिस जाना पड़ा.
बता दें, श्रीलंकाई नौसेना के जहाज गजबाहू में छिपे वहां के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अपना लिखित इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया है. स्पीकर कल यानि 13 जुलाई को सार्वजनिक तौर पर राजपक्षे के इस्तीफे का ऐलान करेंगे. इस इस्तीफे के बाद राजपक्षे परिवार का श्रीलंका की शासन पर से खात्मा हो जाएगा. गोटाबाया के करीबियों की मानें तो वे अभी भी श्रीलंका की सीमा में ही हैं. कल इस्तीफे के सार्वजनिक ऐलान के बाद वे देश छोड़ कर चले चले जाएंगे. 20 जुलाई को संसद नए राष्ट्रपति का चुनाव करेगी. माना जा रहा है कि गोटाबाया के इस्तीफे के बाद राणिल विक्रमसिंघे को तात्कालिक राष्ट्रपति बनाया जा सकता है.
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