डोकलाम को लेकर चीन और भारत में चल रही तनातनी के बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल गुरुवार को बीजिंग पहुंच रहे हैं। वैसे तो डोभाल का यह दौरा ब्रिक्स एनएसए बैठक के लिए है, लेकिन इस दौरे को दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव को खत्म करने से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
दरअसल ब्रिक्स की अध्यक्षता चीन के पास है और राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ब्रिक्स के सभी पांच सदस्य देशों ब्राजिल, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के सुरक्षा सलाहकारों की मीटिंग बुलाई है। इसी के तहत शी जिनपिंग शुक्रवार सुबह इन सुरक्षा सलाहकारों से मुलाकात करेंगे।सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान सीमा को लेकर जारी ताजा विवाद का मुद्दा उठ सकता है.
वहीं, इस दोनों देशों में चल रही तनातनी को लेकर वॉशिंगटन के स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्ट्डीस के सीनियर विशेषज्ञ जैक कूपर का भी बड़ा बयान आया है। उनका कहना है कि बॉर्डर विवाद के चलते भारत और चीन के बीच अगर जंग छिड़ती है तो अमेरिका इस लड़ाई को चुपचाप बैठ कर नहीं देखेगा। उन्हें नहीं लगता कि यूएस इस बॉर्डर विवाद में कूदेगा, लेकिन अगर दोनों देशों में जंग छिड़ती है, तो अमेरिका शांत नहीं बैठेगा।