शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई अब आखिरी चरण में है। मामले की अंतिम सुनवाई के लिए वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में हाजिर होंगे। न्यायाधीश एम्मा अर्बुथनाट मामले में अंतिम सुनवाई करेंगी और फैसले की आगे की तारीख सुरक्षित रखी जायेगी। अगर कोर्ट से भारत की उम्मीदों के खिलाफ फैसला आता है तो ऐसे में बिना समय गंवाए सीबीआई और ईडी लंदन की सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर कर सकते हैं। 9 हजार करोड़ रुपए के कर्जदार माल्या पिछले 2 साल से लंदन में रह रहे हैं। 27 अप्रैल को कोर्ट ने भारतीय केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई)की तरफ से जमा कराए गए बहुत सारे सबूतों को स्वीकार कर लिया था।
कर्ज नहीं चुकाने के मामले में चुप्पी तोड़ते हुए विजय माल्या ने कहा कि वह कर्ज चुकाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं और कर्ज चुकाने के लिए पहले से ही तैयार थे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे धोखेबाजों के देश छोड़कर भाग जाने पर लगाम लगाने के लिए एक अंतर मंत्रालयी समिति ने पासपोर्ट कानून को कड़ा करने का सुझाव दिया है।