पड़ोसी देश पाकिस्तान में बुधवार को आम चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ। पाकिस्तान में पूर्व क्रिकेटर और आज की तारीख में पाकिस्तान के सबसे चर्चित नेता इमरान खान पाकिस्तान की सत्ता संभाल सकते हैं। इमरान पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री बन सकते हैं। पाकिस्तान में पिछले कल बुधवार को हुए आम चुनाव के बाद कल बुधवार शाम को ही वोटों की गिनती हो गई थी। वहीं 272 में 270 सीटों पर हुए चुनाव में इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी सबसे आगे है। वहीं दूसरे नंबर पर नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन और तीसरे नंबर पर बिलावल भुट्टों की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी है।
अभी तक के रुझानों में PTI 119, PML(N) 61, PPP 40 सीटों पर आगे चल रही है। इसके अलावा 50 सीटों पर अन्य उम्मीदवार आगे हैं। पाकिस्तान चुनाव आयोग के मुताबिक, नेशनल असेंबली की 272 जनरल सीटों के लिए 3,459 उम्मीदवार चुनाव लड़े। जबकि 4 प्रांतीय विधानसभाओं- पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वा की 577 जनरल सीटों के लिए 8,396 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमायी।
इमरान बनेंगे पीएम?
इमरान के विरोधियों के अनुसार उनकी पार्टी को सेना और खुफिया संस्था 'इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस' (आईएसआई) का समर्थन प्राप्त है, जिस वजह से कहा जा रहा है कि उन्हें अपने विरोधियों के खिलाफ थोड़ी बढ़त हासिल है। खान का दावा है कि वह देश की अब तक की पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों को मात देकर 'नया पाकिस्तान' बनाएंगे।
बुरी तरह हारी हाफिज सईद की पार्टी
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा हाफिज तल्हा और दामाद खालिद वलीद भी मैदान में थे। यह दोनों उन 260 उम्मीदवारों में शामिल हैं, जिन्होंने 2011 में पंजीकृत हुई 'अल्लाह-ओ-अकबर तहरीक' के उम्मीदवार के रूप में नामांकन किए हैं। हालांकि, एक भी सीट पर हाफिज की पार्टी को ना तो जीत नसीब हुई है और ना ही वह कहीं आगे दिखी।
देश के 85,307 मतदान केंद्रों पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहा। हालांकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समेत बड़े दलों ने मतदान के समय को एक घंटा बढ़ाने की मांग की थी लेकिन छह बजे मतदान केंद्रों के दरवाजे बंद कर दिए गए।
वोटिंग के दौरान हुआ था विस्फोट
आम चुनावों के लिए मतदान शुरू होने के कुछ घंटे बाद इस्लामिक स्टेट के एक फिदाइन हमलावर ने बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा के भोसा मंडी इलाके के एक मतदान केंद्र के बाहर विस्फोट में खुद को उड़ा लिया। इस हमले में कई पुलिसकर्मियों सहित 31 लोग मारे गए। पुलिस ने बताया कि चुनाव से जुड़ी हिंसा की अलग-अलग घटनाओं में 4 लोग मारे गए। कई मतदान केंद्रों के बाहर प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के बीच झड़पें हुईं।
पाकिस्तानी संसद के निचले सदन और चार प्रांतीय विधानसभाओं के सदस्यों के लिए वोट करने के लिए करीब 10.6 करोड़ लोग वोटर के तौर पर पंजीकृत हैं। पाकिस्तान के 70 साल के इतिहास में यह चुनाव सत्ता का दूसरा लोकतांत्रिक परिवर्तन है।