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पाकिस्तान के ‘सुल्तान’ बने इमरान खान, नेता नहीं दोस्त बनकर आया हूं ‘सिद्धू’

समाचार फर्स्ट डेस्क |

पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ के चीफ इमरान खान ने 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली। भारत से नवजोत सिंह सिद्धू इमरान के शपथ समारोह में शामिल हुए। पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम और अभिनेता जावेद शेख समेत कई बड़ी हस्तियां भी इमरान के शपथ समारोह में शामिल हुईं।

इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ ने नेशनल असेंबली में 176 वोट हासिल कर बहुमत साबित किया। पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू इमरान के शपथ समारोह में शामिल हुए।

इमरान खान की पत्नी बुशरा मेनका भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचीं। नवजोत सिंह सिद्धू और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा इस्लामाबाद में हो रहे इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की।

22 वर्षों के संघर्ष के बाद मुकाम हासिल किया

उन्होंने कहा कि वह ऐसी चुनाव प्रणाली बनाएंगे जिससे कोई भी व्यक्ति भविष्य में चुनावों में खामियां नहीं तलाश पाएगा। इमरान ने कहा, कोई मुझे ब्लैकमेल करने की कोशिश नहीं करे। इमरान ने कहा, मैं किसी तानाशाह के कंधों पर चढ़कर नहीं आया, मैं 22 सालों के संघर्ष के बाद इस मुकाम पर पहुंचा हूं। सिर्फ एक नेता ने मुझसे ज्यादा संघर्ष किया और वह मेरे हीरो (पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली) जिन्ना थे।

नेता नहीं दोस्त बनकर आया हूं

सिद्धू ने पाकिस्तान के लोकतंत्र में चुनाव के बाद आये बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इमरान को दोनों देशों के बीच अमन की बहाली की पहल करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि वह भारत के सद्भावना दूत के रूप में मोहब्बत का पैगाम लेकर पाकिस्तान आये हैं। उन्होंने कहा,‘मैं यहां राजनेता के रूप में नहीं बल्कि दोस्त के रूप में आया हूं। मैं यहां अपने दोस्त (इमरान) की खुशी में शरीक होने आया हूं।

क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने कहा,‘हिन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे.’ उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोनों देशों के बीच अमन की बात करते थे। यहा बता दें कि विपक्षी दलों की ओर से सिद्धू पर अटल बिहारी का वाजपेयी का अंतिम संस्कार छोड़ इमरान के शपथ ग्रहण के लिए पाकिस्तान जाने पर सवाल भी उठाए गए हैं।